'स्वतंत्रवीर सावरकर' में नजर आएंगी अंकिता लोखंडे, जारी हुआ लुक
वीर सावरकर की बायोपिक 'स्वतंत्रवीर सावरकर' का पहला लुक सामने आने के बाद से ही चर्चा में है। फिल्म में रणदीप हुड्डा सावरकर के किरदार में नजर आएंगे। रणदीप ही फिल्म का निर्देशन भी कर रहे हैं। अब फिल्म की महिला कलाकार को लेकर नई खबर सामने आई है। 'स्वतंत्रवीर सावरकर' में फीमेल लीड के लिए अंकिता लोखंडे का नाम तय किया गया है। अंकिता के प्रशंसक इस घोषणा पर अपनी खुशी जता रहे हैं।
मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर खुश हूं- अंकिता
फिल्म में अंकिता लोखंडे लीड रोल में नजर आएंगी। निर्माताओं ने फिल्म से अंकिता का रेट्रो लुक भी शेयर किया है। बॉलीवुड हंगामा के अनुसार अंकिता ने इसपर अपनी उत्सुकता जाहिर की है। उन्होंने कहा, "मुझे चुनौतीपूर्ण किरदार निभाना अच्छा लगता है। ऐसे किरदार जो न सिर्फ कहानी को आगे बढ़ाएं बल्कि दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ सकें। 'स्वतंत्रवीर सावरकर' ऐसी ही एक प्रेरक कहानी है जिसे बताना जरूरी है। मैं इसका हिस्सा बनकर खुश हूं।"
रेट्रो लुक में दिखीं अंकिता
फिल्म का निर्देशन भी कर रहे हैं रणदीप
इससे पहले खबर आई थी कि फिल्म के निर्देशन की कमान भी रणदीप हुड्डा संभालेंगे। निर्देशक महेश मांजरेकर के फिल्म से बाहर हो जाने के बाद रणदीप ने यह जिम्मेदारी ली। वह पहली बार निर्देशक के तौर पर काम करने जा रहे हैं। सितंबर से फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है। फिलहाल फिल्म के रिलीज डेट की घोषणा नहीं हुई है। फिल्म का निर्माण आनंद पंडित और संदीप सिंह कर रहे हैं।
टीवी के बाद अब फिल्मों में हाथ आजमा रही हैं अंकिता
अंकिता इससे पहले कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका' में झलकारी बाई की भूमिका में नजर आई थीं। वह अभिनेता सुशांत सिंह की मौत के बाद काफी सुर्खियों में रहीं। दोनों ने धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' में साथ में काम किया था। दोनों लंबे समय तक रिश्ते में भी रहे थे। पिछले साल अंकिता ने अपने बॉयफ्रेंड विक्की जैन से शादी रचाई थी। टीवी के बाद अब वह फिल्मों में अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रही हैं।
कौन थे वीर सावरकर?
सावरकर भारतीय राजनीति में सबसे विवादास्पद शख्सियतों में से एक हैं। महात्मा गांधी की हत्या में साजिश रचने में भी उनका नाम उछाला गया था। सावरकर को स्वतंत्रता संग्राम में अपने क्रांतिकारी रवैये के लिए जाना जाता है। वह हिंदुत्तव विचारधारा के नेता थे। 1910 में अंग्रेजों ने उन्हें काला पानी जेल भेज दिया था। सावरकर की अंग्रेजों से माफी मांगने को लेकर अकसर राजनीति गरमाती रहती है। उनका निधन 26 फरवरी, 1966 को हुआ था।