शाहरुख खान नहीं, अमिताभ बच्चन हैं दिवाली के असली बादशाह; 17 साल तक कायम रहा रिकॉर्ड
भले ही पिछले कुछ सालों में दिवाली के दिन शाहरुख खान की कोई फिल्म रिलीज न हुई हो, लेकिन वैसे दिवाली हमेशा शाहरुख के नाम रहती है। 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से 'हैप्पी न्यू ईयर' तक दिवाली पर आईं उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर रही हैं। हालांकि, दिवाली पर 46 साल पहले रिलीज हुई भारतीय सिनेमा की सबसे सफल फिल्म के हीरो शाहरुख नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन हैं। आइए आपको उस फिल्म के बारे में विस्तार से बताते हैं।
'मुकद्दर का सिकंदर' ने लिखी थी कमाई की नई इबारत
इस फिल्म का नाम है 'मुकद्दर का सिकंदर', जिसमें अमिताभ ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में रेखा, विनोद खन्ना और राखी जैसे सितारे भी शामिल थे। फिल्म का निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया था। इसके गाने भी काफी लोकप्रिय हुए थे। 'सलाम-ए-इश्क मेरी जान' भी इसी फिल्म का गाना है। साल 1978 में 27 अक्टूबर को यानी दिवाली के मौके पर रिलीज हुई यह फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी।
फिल्म को लेकर दर्शकों के बीच ऐसी थी दीवानगी
फिल्म को लेकर लोगों के बीच दीवानगी इस कदर थी कि फिल्म देखने के लिए टिकट काउंटर खुलने से पहले ही टिकट खिड़की के बाहर लंबी कतारें लगी रहती थीं। आलम यह था कि कभी-कभार टिकट के इंतजार में दर्शक रातभर सिनेमाहॉल के सामने ही बोरिया-बिस्तर लगाकर सो जाते थे। 1 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने सिर्फ भारत में 7 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। दुनियाभर में इसने 22 करोड़ रुपये की कमाई की थी।
'मुकद्दर का सिकंदर' ने बनाया ये रिकॉर्ड
इंटरनेट मूवी डाटाबेस यानी IMDb के मुताबिक, 'मुकद्दर का सिकंदर' ने भारत में 7 करोड़ टिकट बेचे। तब से केवल 2 फिल्में ही इस आंकड़े को पार कर पाई हैं- 'हम आपके हैं कौन' और 'बाहुबली 2'। उधर रणबीर कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'एनिमल'और शाहरुख की 'जवान' जैसी 1]000 करोड़ी फिल्म के भी घरेलू स्तर पर महज 3-4 करोड़ टिकट बिक पाए। यह दिवाली की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई, जिसने सोवियत संघ में भी जमकर नोट छापे।
तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म
'शोले' और 'बॉबी' जैसी शानदार फिल्मों के बाद ये तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी। पूरे 17 सालों तक 'मुकद्दर का सिकंदर' दिवाली की सबसे ज्यादा लाभ कमाने वाली फिल्म बनी रही। यह सिलसिला 1995 में खत्म हुआ, जब शाहरुख फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' लेकर आए और उनकी इस फिल्म ने 'मुकद्दर का सिकंदर' का ताज अपने नाम कर लिया। 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' का बजट 4 करोड़ रुपये था, जिसने 53 करोड़ रुपये कमाए थे।