ऑलमोस्ट प्यार विद डीजे मोहब्बत: हिमाचल से लंदन तक, प्यार की शुद्धता दिखाती है फिल्म
क्या है खबर?
बीते एक हफ्ते से सिनेमाघरों से लेकर मीडिया के गलियारों तक शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' छाई हुई है। 'पठान' की चौतरफा चमक के आगे इस हफ्ते रिलीज हुई फिल्म 'ऑलमोस्ट प्यार विद डीजे मोहब्बत' की चर्चा दब सी गई थी।
अनुराग कश्यप की यह रोमांटिक फिल्म 3 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। दो प्रेम कहानियों पर आधारित फिल्म विक्की कौशल के कैमियो की वजह से भी चर्चा में थी।
आइए जानते हैं कैसी है यह फिल्म।
कहानी
दो किशोर जोड़ियों की प्रेम कहानी है फिल्म
फिल्म में दो प्रेम कहानियां सामानांतर चलती हैं। एक कहानी हिमाचल प्रदेश में चल रही है और दूसरी लंदन में।
लंदन में एक अमीर पिता की किशोर बेटी आयशा, संगीतकार हरमीत के प्यार में पड़ जाती है और खुद को उसकी गर्लफ्रेंड घोषित कर देती है।
हिमाचल में याकूब नाम का अनपढ़ लड़का, एक अमीर परिवार की बच्ची अमृता को उसके पसंदीदा और मशहूर 'डीजे मोहब्बत' का शो दिखाने के लिए घर से भगाकर ले जाता है।
अभिनय
मंझे हुए दिखे अलाया एफ और करण मेहता
दिलचस्प यह है कि दोनों की जोड़ियों को कलाकारों की एक ही जोड़ी ने निभाया है।
अमृता और आयशा के किरदार में अलाया एफ नजर आई हैं। लंदन की अमीर लड़की और हिमाचल की स्कूली लड़की, दोनों किरदार को उन्होंने बेहतरीन पकड़ा है और प्यार की मासूमियत को सामने लाने में कामयाब रही हैं।
याकूब और हरमीत का किरदार भी एक-दूसरे से बिल्कुल जुदा हैं, जिन्हें निभाकर करण मेहता ने बॉलीवुड में अपना दमदार आगाज किया है।
जानकारी
'डीजे मोहब्बत' बने विक्की कौशल
फिल्म में विक्की कौशल का कैमियो है। वह फिल्म में 'डीजे मोहब्बत' के किरदार में हैं जिसकी तगड़ी फैनफॉलोइंग है। 'डीजे मोहब्बत' के संवाद और संदेश ही दोनों प्रेम कहानियों के बीच तालमेल बनाकर रखते हैं।
निर्देशन
इंस्टाग्राम रील्स और गुलजार वाली पीढ़ी की खूबसूरत समानता दिखाती है फिल्म
फिल्म प्यार की गहराइयों और मासूमियत पर आधारित है।
दो किशोर जब एक-दूसरे से प्यार कर बैठते हैं तो वे नहीं जानते कि "लव जिहाद" क्या होता है, घर की "इज्जत" कैसे खराब होती है या उनके प्यार से उनके पिता का मान कैसे कम हो जाता है।
इंस्टाग्राम रील्स बनाने वाली पीढ़ी के लिए भी प्यार उतना ही शुद्ध है, जितना गुलजार की शायरियों वाली पीढ़ी के लिए था।
निर्देशक ने यह तुलना और शुद्धता बखूबी दिखाई है।
संवाद और संगीत
संवाद और संगीत: हर बात में छिपी है प्यार की गहराई
फिल्म के संवाद प्रेम और जीवन को लेकर कई गहरे संदेश देते हैं।
'डीजे मोहब्बत' नई पीढ़ी के लिए कई सीख लेकर आता है।
प्यार के इर्द-गिर्द होने वाली राजनीति और सामाजिक असंतुलन पर फिल्म के संवाद कई जगह गहरी चोट करते हैं।
समलैंगिक विवाह पर समाज की आपत्ति पर भी फिल्म सहजता से सवालिया निशान लगाती है।
फिल्म के दो किरदार म्यूजिशियन हैं। ऐसे में फिल्म के गाने इसका केंद्र बिंदु हैं। ये गाने अमित त्रिवेदी ने बनाए हैं।
कमी
बिना ठोस प्लॉट के बढ़ती रहती है फिल्म
फिल्म में दो कहानियां एकसाथ चल रही हैं जिसमें प्यार के कुछ पक्ष दिखाए जा रहे हैं। ऐसे में प्लॉट में कोई कसाव नहीं रह जाता है। फिल्म बिना ठोस कहानी के आगे बढ़ती है, लेकिन सिर्फ इसको दिखाने के तरीके की वजह से खूबसूरत लगती है।
ऐसे में आखिर तक पहुंचते हुए फिल्म लंबी लगने लगती है। फिल्म के कुछ सीक्वेंस छोटे किए जा सकते थे जिसे फिल्म की पूरी अवधि और कम हो सकती थी।
कमजोरी
इन फिल्मों की दिलाती है याद
फिल्म में कई जगह इम्तियाज अली की फिल्मों के तत्व नजर आते हैं। यह फिल्म 'जब वी मेट', 'कॉकटेल' और 'तमाशा' जैसी फिल्मों की याद दिलाती चलती है।
एक दृश्य में आयशा, हरमीत को रोकने के लिए गिड़गिड़ाती है। यह दृश्य पूरी तरह 'तमाशा' के रणबीर-दीपिका की याद दिलाता है।
हालांकि, फिल्म के क्रेडिट में इम्तियाज को विशेष आभार दिया गया है।
फिल्म प्यार पर जितनी गहरी बातें करती है, उस लिहाज से इसका क्लाइमैक्स और ठोस हो सकता था।
निष्कर्ष
देखें या न देखें?
क्यों देखें?- फरवरी मोहब्बत का महीना है, अपने पार्टनर संग देखने के लिए यह एक प्यारी फिल्म है। अनुराग कश्यप की 'मनमर्जियां' पसंद आई थी तो यह फिल्म भी आपको अच्छी लगेगी।
क्यों न देखें?- यह विशुद्ध रूप से रोमांटिक फिल्म है, रोमांटिक फिल्में नहीं पसंद तो इसे छोड़ दीजिए। इस फिल्म का आप OTT पर भी इंतजार कर सकते हैं।
न्यूजबाइट्स स्टार- 3/5