'आदिपुरुष': ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिल्म पर बैन की मांग
प्रभास, कृति सैनन और सैफ अली खान की फिल्म 'आदिपुरुष' विवादों में घिरी हुई है। फिल्म के निर्देशन से लेकर लेखन और संवाद तक लोगों के निशाने पर हैं। सोशल मीडिया पर भी एक बड़ा वर्ग फिल्म की लगातार आलोचना कर रहा है। अब ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने भी इस फिल्म का विरोध किया है। एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 'आदिपुरुष' पर बैन लगाने की मांग की है।
फिल्म के निर्माता-निर्देशक और डायलॉग राइटर पर FIR कराने की मांग
AICWA ने मोदी को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि 'आदिपुरुष' की स्क्रीनिंग बंद कराई जाए और भविष्य में सिनेमाघरों में ही नहीं, बल्कि OTT प्लेटफार्मों पर भी इसकी रिलीज पर रोक लगाने का आदेश दिया जाए। AICWA ने फिल्म के निर्देशक ओम राउत, डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर और निर्माताओं के खिलाफ FIR कराने की मांग की है। इसका कहना है कि उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है और फिल्म के संवादों से हर भारतीय आहत है।
ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने किया 'आदिपुरुष' का विरोध
सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत कर रही फिल्म- AICWA
पत्र के मुताबिक, FIR की जरूरत है ताकि भगवान राम, माता सीता और राम सेवक हनुमान की छवि को बचाया जा सके। फिल्म हिंदू और सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत कर रही है। इसमें भगवान राम और यहां तक कि रावण को भी वीडियो गेम के कैरेक्टर की तरह दिखाया गया है। पत्र में ये भी लिखा गया है कि प्रभास, कृति और सैफ को ऐसी शर्मनाक फिल्म का हिस्सा नहीं बनना चाहिए था।
अनुराग ठाकुर ने 'आदिपुरुष' को लेकर कही थी ये बात
इससे पहले केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'आदिपुरुष' की रिलीज के बाद लोगों की भावनाएं आहत होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि CBFC को इस पर जो निर्णय लेना था, उसने ले लिया है। फिल्म के निर्देशक-निर्माता ने डायलॉग बदलने की बात कही है। लोगों की भावनाओं को आहत करने का अधिकार किसी को नहीं है। उन्होंने साफ किया कि धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचेगी, कम से कम उनकी निगरानी में तो नहीं।
'आदिपुरुष' को लेकर क्यों छिड़ा है विवाद?
इस फिल्म में कई आपत्तिजनक दृश्य और संवाद हैं। आपत्तिजनक संवादों के कारण फिल्म चौतरफा घिरी हुई है। सौम्य और सरल राम का चित्रण फिल्म में गुस्से से भरपूर है। सीता के कपड़ों से भी दर्शक नाराज हैं। फिल्म में भगवान हनुमान के "तेरे बाप की जलेगी" वाले संवाद के कारण फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर और ओम राउत पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। इसके अलावा गलत तथ्यों के कारण भी फिल्म गुस्से का शिकार हो रही है।