अक्षय ओबेरॉय को नहीं मिला भाई विवेक ओबेरॉय का साथ, बोले- मिलता तो करियर पकड़ता रफ्तार
सिद्धार्थ आनंद की फिल्म 'फाइटर' इन दिनों चर्चा में बनी हुई है, जिसमें ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण नजर आए हैं तो अक्षय ओबेरॉय ने भी अहम भूमिका निभाई है। 12 साल की उम्र में फिल्म 'अमेरिकन चाय' से बतौर बाल कलाकार बॉलीवुड में कदम रखने वाले अक्षय ने 2010 में फिल्म 'इसी लाइफ से' के जरिए मुख्य अभिनेता के रूप में शुरुआत की। अक्षय, विवेक ओबेरॉय के भाई लगते हैं। हाल ही में उन्होंने उनके बारे में बात की।
कैसे मिली थी अक्षय को पहली फिल्म?
हाल ही में दैनिक भास्कर से अक्षय ने अपनी निजी जिंदगी और फिल्मी सफर के बारे में बात की। अक्षय ने बताया कि उनकी परवरिश अमेरिका में हुई है और एक बार मां के साथ खरीदारी करते वक्त उन्हें फिल्म 'अमेरिकन चाय' का पोस्टर दिखा। इसमें लिखा था कि निर्माताओं को एक भारतीय लड़के की तलाश है, इसलिए उन्होंने दिए गए नंबर पर फोन करके अपना ऑडिशन दिया। ऐसे में 12 साल की उम्र में उन्हें अपनी पहली फिल्म मिली।
2008 में अभिनेता बनने के लिए भारत लौटे थे अक्षय
अक्षय ने बताया कि उनका रुझान अपने पिता की वजह से अभिनेता बनने का हुआ था, क्योंकि वह बचपन से ही उन्हें अमिताभ बच्चन, गुरुदत्त और शम्मी कपूर की फिल्में दिखाया करते थे। उन्होंने कहा, "अमेरिकन चाय के बाद मैंने एक्टिंग की पढ़ाई करने की ख्वाहिश पापा के सामने रखी। मैं अमेरिका के एक कॉलेज में पढ़ाई करने लगा, लेकिन फिर मुझे लगा कि यहां मेरा कुछ नहीं होने वाला, इसलिए मैं 2008 में अपना बोरिया-बिस्तर बांधकर भारत आ गया।"
मकरंद देशपांडे ने दिया अक्षय को पहला मौका
अक्षय ने बताया कि मुंबई में वह अक्सर पृथ्वी थिएटर जाया करते थे। यहां वह मकरंद देशपांडे से मिले, जिन्होंने 'मिस ब्यूटीफुल' में उन्हें एक छोटा-सा रोल दिलाया। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी पहली फिल्म इसी लाइफ में राजश्री के साथ की, जो बुरी तरह पिट गई। हालांकि, मेरे अभिनय की तारीफ हुई और मैं फिल्मों से दूर थिएटर करने लगा।" इसके बाद 'MTV रश' शो करने के बाद उन्हें फिल्म 'पिज्जा' मिली, जिसके बाद किस्मत चमकी और काम मिलता गया।
"विवेक से नहीं है ज्यादा मिलना-जुलना"
अक्षय और विवेक चचेरे भाई हैं, लेकिन उन्होंने कभी इस बात का जिक्र नहीं किया। इस पर अक्षय ने कहा, "अगर विवेक भाई की मदद मिलती तो क्यों नहीं लेता। न उन्होंने कभी पूछा और ना मैंने कुछ कहा। मैं सुरेश ताऊजी और विवेक भाई की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन मैंने कभी उनकी मदद नहीं ली। हमारा ज्यादा मिलना-जुलना नहीं है।" हालांकि, अक्षय को लगता है कि अगर उन्हें मदद मिलती तो शायद उनका करियर ज्यादा अच्छी रफ्तार पकड़ता।
'फाइटर' में काम करने के अनुभव को बताया शानदार
इस दौरान अक्षय ने कहा कि वह ऋतिक के साथ 'फाइटर' में काम करना काफी शानदार था। उन्होंने कहा, "बचपन से जो आपकी प्रेरणा रहा हो उसके साथ स्क्रीन साझा करने का अलग अनुभव है। ऊपर से फिल्म में अनिल कपूर और दीपिका भी हैं, इसलिए मुझे लगता था कि मैं सपना देख रहा हूं।" इससे पहले अक्षय, दीपिका के साथ फिल्म 'पीकू' में तो अनिल के साथ 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' में काम कर चुके हैं।