अक्षय कुमार की 'गोरखा' हुई बंद, निर्माता आनंद एल राय ने की पुष्टि
अक्षय कुमार की फिल्म 'गोरखा' लंबे समय से अटकी हुई है। 2021 में फिल्म की घोषणा हुई थी, लेकिन उसके बाद लंबे समय तक फिल्म को लेकर कोई अपडेट नहीं आया। समय-समय पर कभी फिल्म के ठंडे बस्ते में जाने की तो कभी फिल्म के प्री-पोडक्शन की खबरें आती रहीं। गुरुवार को खबर आई थी कि फिल्म से मुख्य कलाकार अक्षय बाहर हो गए हैं। अब खुद निर्माता आनंद एल राय ने फिल्म को लेकर आधिकारिक अपडेट दिया है।
आनंद एल राय ने दिया बयान
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आनंद एल राय ने पुष्टि की है कि फिलहाल फिल्म को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी साफ किया कि फिल्म से अक्षय कुमार बाहर नहीं हुए हैं। आनंद ने कहा, "कई सारी तकनीकी चीजें हैं जिनका ध्यान रखने की जरूरत है। फिल्म के तथ्यों पर भी काम करने की जरूरत है। इसलिए हम फिल्म को पूरा समय देंगे। हम किसी तरह की हड़बड़ी नहीं करना चाहते हैं।"
अक्षय ने नहीं छोड़ी है फिल्म
आनंद ने 'गोरखा' से अक्षय कुमार के बाहर होने की खबरों का भी खंडन किया। गुरुवार को खबरें आई थी कि तथ्यों में गलतियों की वजह से वह फिल्म से बाहर हो गए हैं। आनंद ने कहा, "अगर हम फिल्म बनाएंगे तो अक्षय उसका हिस्सा होंगे। अगर नहीं बनाएंगे, तो हम किसी और प्रोजेक्ट पर काम करेंगे।" इससे पहले अक्षय आनंद के साथ 'अतरंगी रे' और 'रक्षा बंधन' में काम कर चुके हैं।
इयान कार्डोजो की बायोपिक है 'गोरखा'
'गोरखा' भारतीय सेना के गोरखा रेजिमेंट के अधिकारी इयान कार्डोजो की बायोपिक है। इयान पूर्व भारतीय सेना अधिकारी हैं। उन्होंने 1962, 65 और 71 में भारत-पाक युद्ध में हिस्सा लिया था। वह एक बटालियन और एक ब्रिगेड की कमान संभालने वाले भारतीय सेना के पहले युद्ध-विकलांग अधिकारी बने। भारत-पाक युद्ध में घायल होने के कारण कार्डोजो को अपना पैर काटना पड़ा था। कार्डोजो ने 2005 से 2011 तक भारतीय पुनर्वास परिषद के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है।
तथ्यों को लेकर आश्वस्त होना चाहे हैं निर्माता
पहले भी खबर आई थी कि फिल्म शुरू करने के पहले निर्माता आश्वस्त होना चाहते हैं कि फल्म हकीकत के ज्यादा से ज्यादा करीब हो। इसके लिए वह पूरी तैयारी करना चाहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक पर्दे पर जिस तरह से युद्ध दिखाए गए हैं, इस फिल्म में युद्ध का चित्रण उनसे बिल्कुल अलग होगा। निर्माता इयान के किरदार को पर्दे पर बखूबी दिखा सकें, इसके लिए वे ज्यादा से ज्यादा रिसर्च करना चाहते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
अक्षय जसवंत सिंह गिल की बायोपिक फिल्म 'कैप्सूल गिल' का भी हिस्सा हैं। गिल ने 1989 में अपनी जान जोखिम में डालकर कोयला खदान के 65 मजदूरों की जान बचाई थी। अक्षय 'वेडात मराठे वीर दौडले सात' से मराठी फिल्मों में डेब्यू कर रहे हैं।