नेताओं के नहीं कलाकारों के नाम पर सरकार को रखने चाहिए जगहों के नाम- ऋषि कपूर
क्या है खबर?
बॉलीवुड के वेटेरन एक्टर ऋषि कपूर सरकार से थोड़े नाराज़ नज़र आ रहे हैं।
दरअसल, ऋषि का मानना है कि सरकार, कलाकारों के समुदाय के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है।
ऋषि का कहना है कि भारत में कलाकारों को उस तरह से सम्मानित नहीं किया जाता जिस तरह से विदेशों में किया जाता है।
ऋषि का सवाल है कि आखिर सरकार, कलाकारों के नाम पर जगहों के नाम क्यों नहीं रखती है?
बातचीत
कलाकारों के साथ सरकार के बर्ताव से दुखी ऋषि
एक समाचार एजेंसी से बातचीत में ऋषि ने कहा, "मैं जब ये सोचता हूं कि हमारी सरकार कलाकारों के साथ कैसा बर्ताव करती है तो मुझे बहुत परेशानी होती है। हम ऐसे राष्ट्र से हैं जिसके सिनेमा, संगीत और संस्कृति को दुनियाभर में जाना जाता है। लेकिन देखो हमारे ऑइकन्स को कैसे ट्रीट किया जाता है।"
ऋषि ने सवाल पूछते हुए कहा, "क्या हमारी सरकार भी हमारे ऑइकन्स को वैसा ही सम्मान देती है जैसा कि दूसरे राष्ट्र देते हैं?"
बयान
कलाकारों के नाम पर क्यों नहीं रखे जाते जगहों के नाम?- ऋषि
ऋषि ने सवाल पूछते हुए आगे कहा, "क्या सरकार हमारे देश के आइकन्स को अन्य राष्ट्र की तरह सम्मान देती है? सभी नई सड़कों, फ्लाइओवर्स और एयरपोर्ट्स के नाम नेताओं के नाम पर ही हैं। इन्हें कलाकारों के नाम पर क्यों नहीं रखा जाता?"
सवाल
हमारे देश के ऑइकन्स को दुनियाभर में सम्मान मिलता है, लेकिन हमारे देश में नहीं- ऋषि
ऋषि ने आगे कहा, "हमारे यहां पंडित रवि शंकर, उस्ताद अल्लाह राखा, लता मंगेशकर जी जैसे ऑइकन्स हैं। मैं ये सब इसलिए नहीं कह रहा क्योंकि ये मेरे परिवार से हैं लेकिन क्या आप मनोरंजन के व्यवसाय में राज कपूर और पृथ्वीराज कपूर के योगदान को अनदेखा कर सकते हैं? उन्हें दुनियाभर मेंं सम्मान मिलता है लेकिन हमारे देश में नहीं? ऐसा क्यों?"
मालूम हो कि ऋषि, बॉलीवुड में पांच दशक से भी ज्यादा से सक्रिय हैं।
इंटरव्यू
विदेशों में कई सलीब्रिटीज़ के नाम पर हैं जगहों का नाम- ऋषि
नेशनल अवॉर्ड्स सहित कई सम्मान पा चुके ऋषि ने कहा, "यूएस में एल्विस प्रैस्ली, माइकल जैक्सन और कई आर्टिस्ट्स के नाम पर जगहों का नाम रखे गए हैं और युवा पीढ़ी को भी उनके योगदान के बारे में पता है। यहां हर कुछ नेताओं के नाम पर रखा जाता है।"
ऋषि ने आगे कहा, "हमारे यहां कल्पना चावला जैसी उपलब्धि है। वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उनके बारे में हमारे बच्चे कितना जानते हैं?"
बयान
नेता एजेंडे के तहत बदल रहे नाम- ऋषि
साल 1970 में फिल्म 'मेरा नाम जोकर' से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले अभिनेता ने कहा, "नेता, एजेंडे के तहत नाम बदल रहे हैं। हमारे कलाकारों को उनके जीवनकाल में पर्याप्त सम्मान तक नहीं दिया जाता।"
विचार
कलाकारों के नाम पर रखने चाहिए सार्वजनिक जगहों के नाम- ऋषि
ऋषि ने यह भी कहा, "जब तक हम कलाकारों के नाम को पॉपुलर नहीं बनाएंगे और उनके नाम पर एयरपोर्ट, सड़कों, स्कूल और कॉलेजों जैसे सार्वजनिक स्थानों के नाम नहीं रखेंगे तब तक अगली पीढ़ी को उनकी उपलब्धि के बारे में कैसे पता चलेगा?"
ऋषि की बात करें तो वह 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी', 'कर्ज', 'कपूर एंड सन्स', '102 नॉट ऑउट', 'अमर अकबर एंड एंथनी', 'मुल्क' जैसी फिल्मों में दिख चुके हैं।
जानकारी
'द बॉडी' में दिखेंगे ऋषि
ऋषि के वर्क फ्रंट की बात करें तो उनकी आने वाली फिल्म 'द बॉडी' है। इस फिल्म में ऋषि के साथ इमरान हाशमी, शोबिता धूलीपाला और वेदिका भी नज़र आएंगी। फिल्म 13 दिसंबर को रिलीज़ होगी।