'हनक' में दिखाई जाएगी गैंगस्टर विकास दुबे की कहानी, मनीष गोयल निभाएंगे मुख्य किरदार
क्या है खबर?
कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के कानपुर का मशहूर गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान एक एनकाउंटर में मारा गया था।
पांच लाख रुपये के इनाम वाले इस गैंगस्टर से जुड़ी खबरें अक्सर सुनने को मिलती रहती हैं।
काफी समय से विकास की जिंदगी को पर्दे पर भी उतारने की कोशिश की जा रही है। अब विकास दुबे की जिंदगी पर बनने वाली फिल्म 'हनक' का पोस्टर जारी हो गया है।
आधारित
'मैं कानपुर वाला' किताब पर आधारित है फिल्म
यह फिल्म मृदुल कपिल द्वारा लिखी किताब 'मैं कानपुर वाला' पर आधारित है। जिसके राइट्स अब मोहन नदार ऑफ प्रोडक्शन हेड क्वार्टर अनलिमिटेड ने खरीद लिए हैं।
यह किताब विकास दुबे की जीवनी के तौर पर लिखी गई है। इसे एक महीने पहले ही डिजिटली लॉन्च किया गया था।
अब इसी किताब की कहानी को बड़े पर्दे पर दर्शकों के सामने पेश किया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन मनीष वात्सल्य द्वारा किया जा रहा है।
तैयारी
दिलचस्प तरीके से कहानी पेश करने वाले हैं मनीष
अपनी इस फिल्म को लेकर डायरेक्टर मनीष वात्यल्य का कहना है कि समाज को हमेशा लोगों की मानसिकता को प्रतिबिंबित करने वाला दर्पण होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, "दुर्भाग्यवश फिल्मी दुनिया ने नेगेटिव किरदारों को इतना ऊंचा कर दिया है कि इसे देखने वालों की मानसिकता पर भी प्रभाव पड़ने लगा है।"
मनीष ने बताया, "अब मैं आतंक को इतने भयानक रूप में दिखाऊंगा कि लोग इससे घृणा करना शुरू कर देंगे।"
जानकारी
2021 में रिलीज होगी फिल्म
फिल्म में अभिनेता मनीष गोयल को विकास दुबे की भूमिका निभाते हुए देखा जाएगा। अमित गुप्ता फिल्म के सह-निर्माता है। 'हनक' की शूटिंग 27 नवंबर को शुरू कर दी जाएगी। जबकि मार्च 2021 में यह सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
पिछली खबरें
पहले भी आ चुकी है विकास दुबे की जिंदगी को पर्दे पर उतारने की खबरें
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार विकास दुबे की जिंदगी को पर्दे पर उतारने की खबरें आ चुकी हैं। कुछ समय पहले ही कहा जा रहा था कि हंसल मेहता, विकास की जिंदगी को वेब सीरीज के रूप में पेश करेंगे। इसे शैलेश आर सिंह की कंपनी फर्म इंडिया एंड एंटरटेनमेंट प्रोड्यूस करने वाले थे।
इसके अलावा खबर आई थी कि डायरेक्टर संदीप कुमार भी एक फिल्म बनाने की योजना में हैं।
मामला
क्या है विकास दुबे एनकाउंटर मामला?
कानपुर का गैंगस्टर विकास अपनी गैंग के साथ आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद वह मध्य प्रदेश के उज्जैन मंदिर पहुंचा था। जहां 9 जुलाई को एक सिक्योरिटी गार्ड ने उसे पहचान लिया और बाद में पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
10 जुलाई की सुबह उज्जैन से कानपुर पहुंचने के रास्ते में विकास पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश करने लगा, इसी दौरान उसका एनकाउंटर कर दिया गया।