'बॉलीवुड लॉबी' पर बोले अभय देओल- लोगों को जगाने के लिए किसी को जान गवांनी पड़ी
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने बॉलीवुड की कई हस्तियों को झकझोर दिया है। इसके बाद इंडस्ट्री में चल रही नेपोटिज्स पर बहस शुरु है। कई सितारों ने सामने आगे मशहूर हस्तियों पर भेदभाव फैलाने का आरोप लगाया है। लोगों का मानना है कि इसी भेदभाव की वजह से सुशांत डिप्रेशन में आ गए थे। वहीं अभिनेता अभय देओल लगातार कुछ दिनों से इंस्टाग्राम पर अपने पोस्टर रिलीज कर रहे हैं। जिसके साथ वह #MakingWhatBollywoodWouldn't लिख रहे हैं।
दशकों से चलती आ रही है बॉलीवुड में लॉबी- अभय
हाल ही में अभय ने हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ साक्षात्कार में बताया कि बॉलीवुड लॉबी, अवॉर्ड फंक्शन्स और सुशांत की मौत ने कैसे उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में हो रहे इस भेदभाव को सामने लाने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने बॉलीवुड की लॉबी को लेकर कहा, "लॉबी संस्कृति इस इंडस्ट्री में सालों से नहीं, बल्कि कई दशकों से चलती आ रही हैं। लेकिन कोई भी इसके खिलाफ खड़ा नहीं होता, या किसी को कोई फर्क ही नहीं पड़ता।"
बचपन से ही लॉबिंग कल्चर के बारे में सुनते आ रहे हैं अभय
अभय ने आगे कहा, "मैं इसके बारे में इसलिए कह सकता हूं क्योंकि मैं एक फिल्मी परिवार में बड़ा हुआ हूं। मैंने इन खेलों के बारे में बचपन में भी सुना है।" उन्होंने आगे बताया, "एक बच्चे के रूप में मैंने इस बारे में लोगों के अनुभवों से सुना था और एक पेशेवर के तौर पर मैने खुद इसे झेला है।" अभय ने अपनी फिल्मों के अनुभव सुशांत की मौत के बाद शेयर करने शुरु किए हैं।
सुशांत को नहीं जानते थे अभय देओल
इस समय इंडस्ट्री में कई लोग नेपोटिज्म और बॉलीवुड के लॉबिंग कल्चर का मुद्दा उठा रहे हैं। ऐसे में अभय ने स्वीकार किया कि सुशांत की मौत ने उन्हें हिला दिया है। उन्होंने कहा, "हालांकि, मैं सुशांत को नहीं जानता था, लेकिन मैं उनके करियर से खुद को जोड़ सकता हूं।" इसीलिए अब अभय ने इन मुद्दों के बारे में बात करने का फैसला किया है। जिसे वह सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिए सामने ला रहे हैं।
लोगों को जगाने के लिए किसी ने गवां दी अपनी जान- अभय
अभय ने कहा, "सुशांत की मौत ने मुझे बोलने के लिए थोड़ा और प्रेरित किया है। लेकिन यह पहली बार नहीं जब मैंने बोल है, इससे पहले भी मैं आवाज उठा चुका हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे खेद है कि सभी को जगाने में किसी को अपनी जान गवांनी पड़ी। मुझे खुशी है कि लोगों ने इस पर ध्यान दिया और वह सुनना चाहते हैं। लोग अब इंडस्ट्री के बाहर ही नहीं, बल्कि अंदर भी बदलाव चाहते हैं।"
इसलिए अब दोबारा उठाई आवाज
अभय ने कहना है कि इस बार अच्छा यह है कि अब एक्टर्स भी बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं चुप हो गया था क्योंकि मैं अकेला चिल्लाना नहीं चाहता था। इसलिए अब एक बार फिर से मैंने आवाज उठाने का फैसला किया।"
अभय देओल ने दिया था नेपोटिज्म पर इस फिल्म का उदाहरण
गौरतलब है कि इससे पहले अभय ने फिल्म 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' का एक पोस्टर शेयर करते हुए बॉलीवुड में होने वाली नेपोटिज्म का उदाहरण दिया था। उन्होंने इसके साथ कैप्शन में लिखा था कि अवॉर्ड फंक्शन्स में उन्हें और फरहान को सपोर्टिंग रोल में दिखाते हुए ऋतिक रोशन को लीड एक्टर के तौर पर नामांकित किया गया था। अभय का कहना है कि इसके बाद से ही उन्होंने अवॉर्ड फंक्शन्स का बहिष्कार कर दिया।
देखिए अभय देओल का पोस्ट
इस फिल्म में दिखेंगे अभय
अभय के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने 2005 में रिलीज हुई फिल्म 'सोचा ना था' से बॉलीवुड में अपना सफर शुरु किया। 2014 में उन्होंने फिल्म 'वन बाय टू' से प्रोड्यूसर के तौर पर अपना सफर शुरु किया। इसके अलावा वह वेब सीरीज 'चॉपस्टिक' में भी नजर आ चुके हैं। अभय पिछले कुछ समय से अपनी तमिल फिल्म 'Idhu Vedhalam Sollum Kadhai' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं।