उत्तर प्रदेश: अब सरकार प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को बांटेगी खादी से बनी ड्रेस, जानें क्यों
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खादी को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को खादी की बनी हुई ड्रेस बांटने की योजना बनाई है। अभी इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत सिर्फ लखनऊ सहित चार जिलों में लागू किया गया है। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने IANS को बताया कि इसके लिए अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों और जिलाधिकारियों को निर्देश भी दे दिया है।
बनेगी एक कमेटी
प्राथमिक शिक्षा विभाग ने फ्री में ड्रेस बांटने के निर्देश जारी दिया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 01-15 जुलाई, 2019 तक सभी स्कूलों में ड्रेस बांट दी जाएंं। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हर जिले में कमेटी बनाई जाएगी, जो यह सुनिश्चित करेगी कि यह काम समय से पूरा हो जाए। जहां खादी की ड्रेस बांटी जाएंगी वहां की कमेटी में खादी और ग्रामोद्योग अधिकारी भी शामिल होंगे और कमेटी का सचिव बेसिक शिक्षा अधिकारी होगा।
विद्यालय प्रबंध समिति से लिया जाएगा कोटेशन
सभी स्कूल में एक लाख रुपये से कम की ड्रेस बांटनी है, जिसके लिए विद्यालय प्रबंध समिति से कोटेशन लिया जाएगा। अगर एक लाख से अधिक की ड्रेस होने पर टेंडर किया जाएगा। स्कूल में ही कपड़े का सैंपल रखा जाएगा। विक्रम के बताया कि ऐसा खादी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। लखनऊ के मोहनलालगंज, सीतापुर के सिधौली, मीरजापुर के छियानबे और बहराइच के मटेरा, महसी और विश्वेश्वरगंज विकास खंडों के स्कूलों में ड्रेस बांटी जाएंगी।
ड्रेस बांटने के समय मौजूद होंगे ये लोग
इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया है कि ड्रेस बांटने के समय सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। जिलाधिकारी स्कूलों में ड्रेस वितरण की देखरेख करने के लिए कार्यबल भी गठित करेंगे। जिसमें ग्रेड 2 या उससे ऊपर के अधिकारी रखे होंगे। एक सप्ताह के अंदर ही कार्यबल ड्रेस वितरण का निरीक्षण करेगा। इस बार जो समय तय है, उसमें ही स्कूल के बच्चों को ड्रेस बांटी जानी है।