क्या है GRE? परीक्षा से जुड़ी सारी जानकारी यहां से लें
क्या है खबर?
ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन (GRE) एक ऐसी परीक्षा है, जो विदेश में स्नातक की पढ़ाई करने की योजना बना रहे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है।
यह कई देशों विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश स्नातक स्कूलों या बिजनेस ग्रेजुएट स्कूलों द्वारा पेश किए जा रहे मास्टर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा है।
आज के इस लेख में हम आपके GRE के बारे में सारी जानकारी दी है।
उद्देश्य
क्या है उद्देश्य?
GRE परीक्षा को शैक्षिक परीक्षण सेवा (ETS) द्वारा प्रशासित किया जाता है, जो एक प्राइवेट गैर-लाभकारी असिसमेंट संगठन है।
GRE की शुरुआत 1936 में कार्नेगी फाउंडेशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ टीचिंग ने की थी।
GRE टेस्ट का उद्देश्य उम्मीदवार के उन स्किल को जानना है, जो स्नातक स्तर पर सफल होने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
जिसमें वर्बल रीजनिंग, क्वानटेटिव रीजनिंग, क्रिटिकल थिंकिंग और एनालिटिकल राइटिंग शामिल हैं।
जानकारी
दो प्रकार की होती है GRE परीक्षा
GRE टेस्ट दो प्रकार के GRE जनरल टेस्ट और GRE सब्जेक्ट टेस्ट होते हैं। GRE जनरल टेस्ट अमेरिका और कई अन्य देशों में विभिन्न क्षेत्रों में MS पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए है। विशेष पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए GRE विषय परीक्षा आवश्यक है।
विवरण
क्या है परीक्षा शुल्क और परीक्षा का तरीका?
GRE के लिए उम्मीदवारों को $205 (लगभग 14,000 रुपये) परीक्षा शुल्क देनी होगी।
ETS कुछ शर्तों के तहत उम्मीदवारों के लिए शुल्क कम कर सकता है।
160 से अधिक देशों के आवेदक 1,000 परीक्षा केंद्रों पर GRE परीक्षा देते हैं।
GRE जनरल एक कंप्यूटर आधारित परीक्षण (CBT) है। हालाँकि पेपर आधारित GRE जनरल टेस्ट विश्व स्तर पर उन क्षेत्रों में होता है, जहां CBT की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
GRE सब्जेक्ट टेस्ट केवल पेपर डिलीवर फॉर्मेट (प्पर-पेन) में उपलब्ध है।
सेक्शन
होंगे इतने सेक्शन
कंप्यूटर आधारित GRE जनरल टेस्ट में छह सेक्शन एनालिटिकल राइटिंग सेक्शन जिसमें ईसू और आर्ग्युमेंट टैक्स, दो वर्बल रीजनिंग सेक्शन, दो क्वानटेटिव रीजनिंग सेक्शन और एक प्रयोगात्मक या रिसर्च सेक्शन शामिल है।
वहीं आपको बता दें कि पेपर-पेन आधारित GRE विषय टेस्ट में भी छह सेक्शन होते हैं। हालाँकि इसमें कोई प्रायोगिक/रिसर्च सेक्शन नहीं है। इसके बजाय दो एनालिटिकल राइटिंग सेक्शन हैं। प्रत्येक ईसू और आर्ग्युमेंट टैक्स के लिए हैं।
जानकारी
होते हैं छह GRE सब्जेक्ट टेस्ट
GRE सब्जेक्ट टेस्ट आवेदक की किस विषय में क्षमता है, इसको निर्धारित करने के लिए होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह छह विशिष्ट विषयों गणित, लिटरेचर (अंग्रेजी), फिजिक्स और मनोविज्ञान (Psychology), बायोलॉजी, केमिस्ट्री और बायोकेमिस्ट्री शामिल है।
पाठ्यक्रम
इन पाठ्यक्रमों में ले सकते हैं प्रवेश
विदेश में अध्ययन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को GRE देना चाहिए, क्योंकि इस प्रवेश परीक्षा से विदेशी विश्वविद्यालयों सबसे अधिक छात्रों को प्रवेश देते हैं।
आम तौर पर MS, MBA, PHd जैसे मास्टर कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने वाले या विदेश में स्नातक स्कूलों के लिए मेरिट-आधारित स्कॉलरशिप की इच्छा रखने वाले लोग GRE जनरल टेस्ट देते हैं।
हजारों नियमित स्नातक स्कूलों के अलावा विभिन्न बिजनेस और लॉ स्कूल विश्व स्तर पर प्रवेश के लिए GRE परीक्षा का उपयोग करते हैं।