UP Board Exam 2020: परीक्षा के दौरान छात्रों की हर हरकत पर ऐसे रखी जाएगी नजर
क्या है खबर?
अगर आप भी इस साल उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPMSP) द्वारा आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, तो आपके लिए ये खबर पढ़ना बहुत जरुरी है।
बोर्ड नकल पर रोक लगाने के लिए एक नया कदन उठाने जा रहा है। नकल माफियों पर रोक लगाने के लिए बोर्ड अब कंट्रोल रुम से परीक्षा के दौरान छात्रों की हर हरकत पर नजर रखेगा।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
कंट्रोल रूम
बनाएं जाएंगे कंट्रोल रुम
परीक्षा के दौरान छात्रों की प्रत्येक हरकत पर नजर रखने के लिए पुलिस की तहर कंट्रोल रुम बनाएं जाएंगे।
हर जिले में पुलिस जैसा कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे और इन कंट्रोल रुम को प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर लगाए गए CCTV से जोड़ा जाएगा।
बता दें कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे कभी भी कोई भी किसी भी परीक्षा केन्द्र पर होने वाली हर हरकत पर नजर रख सके।
प्रयोग
पिछले साल लखनऊ और अलीगढ़ में किया गया था प्रयोग
पिछली साल बोर्ड परीक्षा के दौरान लखनऊ और अलीगढ़ में दौरान इसका प्रयोग किया गया था, जो कि सफल रहा था। अब इसका उपयोग पूरे प्रदेश में किया जाएगा।
सोमवार को यानी कि आज कार्ययोजना बनाने के लिए एक बैठक होनी थी।
इस बैठक में 2020 बोर्ड परीक्षा में बनने वाले कंट्रोल रूम के लिए आवश्यक हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर की व्यवस्था करने के लिए ही होने वाले खर्चे को लेकर बात की जाएगी।
बयान
बोर्ड सचिव का कहना है ये
बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि पिछली परीक्षाओं में नकल माफिया पर काफी हद तक रोक लगा दी गई थी। अब इस बार नकल माफियों को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।
पिछले वर्ष राजधानी में कंट्रोल रूम बनाए गए थे। 12 परीक्षा केन्द्रों के CCTV कैमरों को ऐप से DIOS मोबाइल फोन से जोड़ा गया था।
इनसें बाबा अमीनाबाद इंटर कॉलेज, श्री अयोध्या सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज समेत कई अन्य परीक्षा केन्द्र शामिल थे।
तकनीकी
इस तकनीकी का हो सकता है उपयोग
इस प्रक्रिया में हाल में ही आई P-2-P तकनीकी का उपयोग होने की संभावना है।
इसमें आप जिस कंपनी का कैमरा लेते हैं, वो एक सॉफ्टवेयर भी देती है और उनके एक सर्वर होता है।
कैमरा और मोबाइल फोन को एक दूसरे से सर्वर के माध्यम से जोड़े जाता है।
इस सर्वर के माध्यम से ही कैमरे तस्वीरों को मोबाइल तक पहुंचाता है।
आजकल घरों पर नजर रखने के लिए भी इस तकनीकी का उपयोग होता है।