इन टिप्स को अपनाकर पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज को एक साथ करें मैनेज
छात्रों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ को-करिकुलर एक्टिविटीज में भाग लेना भी जरुरी है। आजकल के स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को कई को-करिकुलर एक्टिविटीज में भी शामिल किया जाता है। वहीं माता-पिता स्कूल के बाद भी बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार को-करिकुलर एक्टिविटीज में शामिल करते हैं। कई छात्रों के लिए पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज में ताल-मेल बैठाना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए इस लेख से जानें पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज को कैसे बैलेंस करें।
टाइम टेबल बनाकर समय को मैनेज करें
छात्रों को पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज को एक-साथ मैनेज करने के लिए एक सही टाइम टेबल बनाना चाहिए। उन्हें समय को मैनेज करना सीखना चाहिए। छात्रों को एक ऐसा टाइम टेबल बनाना चाहिए, जिसमें वे अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दें पाएं और रोजाना को-करिकुलर एक्टिविटीज के लिए भी समय दे पाएं। छात्रों को इस बात को ध्यान में रखते हुए टाइम टेबल बनाना चाहिए और उसके अनुसार चलना चाहिए। ऐसा करके वे दोनों के बीच संतुलन बना सकते हैं।
सोच समझकर चुनें को-करिकुलर एक्टिविटीज
छात्रों को स्कूल या कॉलेज द्वारा ऑफर किए जाने वाले सभी क्लब को नहीं चुनना चाहिए। इससे वे पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज के बीच संतुलन नहीं बना पाएंगे। साथ ही आपको उन को-करिकुलर एक्टिविटीज को चुनना चाहिए, जिसमें आप रुचि रखते हैं। ऐसा करने से आपको को-करिकुलर एक्टिविटीज में रुचि आएगी और आप रोजाना आसानी से उसके लिए समय निकाल पाएंगे और आपकी पढ़ाई का भी नुकसान नहीं होगा।
ब्रैक टाइम में कर सकते हैं को-करिकुलर एक्टिविटीज
कई छात्र परीक्षा पास आने पर को-करिकुलर एक्टिविटीज पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। उनका ध्यान पढ़ाई पर ज्यादा रहता है। ऐसे में छात्रों को अपने ब्रैक टाइम में को-करिकुलर एक्टिविटीज करनी चाहिए। छात्रों को लम्बे समय तक लगातर पढ़ाई नहीं करने की सलाह दी जाती है। उन्हें छोटे-छोटे ब्रैक लेकर पढ़ाई करनी चाहिए और इसी ब्रैक में उन्हें को-करिकुलर एक्टिविटीज करनी चाहिए। इससे वे फ्रेश महसूस करेंगे और अपनी को-करिकुलर एक्टिविटीज को भी समय दे पाएंगे।
अपनी प्राथमिकता सेट करें
पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज के बीच संतुलन बनाने के लिए छात्रों को प्राथमिकता सेट करनी चाहिए। उन्हें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि किस समय क्या जरुरी है। अगर वे ऐसा करते हैं तो पढ़ाई और को-करिकुलर एक्टिविटीज दोनों पर ध्यान दे पाएंगे।