उत्तर प्रदेश: लगभग पांच लाख छात्रों ने छोड़ी बोर्ड परीक्षा, इतनों के नाम दर्ज हुई FIR
इस साल फरवरी मध्य से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। इस साल बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए काफी सख्ती बरती जा रही है। इस सख्ती के चलते लाखों की संख्या में छात्रों ने बोर्ड परीक्षा बीच में ही छोड़ दी हैं। इतनी सख्ती के बाद भी परीक्षा केंद्र पर छात्रों को प्रतिबंधित सामान के साथ पकड़ा जा रहा है। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
लगभग पांच लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा
उत्तर प्रदेश बोर्ड की माध्यमिक शिक्षा परीक्षाओं में लगभग पांच लाख छात्रों ने बीच में ही अपनी परीक्षा छोड़ दी है। इसके साथ ही 400 से अधिक छात्रों को प्रतिबंधित साधनों का उपयोग करते हुए पकड़ा गया था। जिसके बाद बोर्ड ने 233 से अधिक लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के लिए FIR दर्ज की थी। बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के पहले दो दिनों में ही दो लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी।
इतने छात्रों ने काराया था रजिस्ट्रेशन
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए 56 लाख से भी अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से 30 लाख से ज्यादा छात्र 10वीं के और 25 लाख से ज्यादा छात्र 12वीं के थे। 21 हजार से भी अधिक छात्रों ने प्राइवेट श्रेणी के तहत 10वीं में प्रवेश लिया था। वहीं 70 हजार से भी अधिक छात्रों ने 12वीं में प्राइवेट श्रेणी के तहत रजिस्ट्रेशन कराया था।
नकल रोकने के लिए किए गए ये इंतजाम
इस बार प्रशासन ने धोखाधड़ी के अधिक मामले दर्ज होने वाले जिलों के लिए उत्तर पुस्तिकाओं के सिले और रंगीन सेट पेश किए हैं। उत्तर पुस्तिकाएं के साथ छेड़छाड़ को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों में CCTV कैमरे भी लगवाए गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि इस वर्ष परीक्षाएं निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएंगी।