ये चार्टर्ड अकाउंटेंट चलाते हैं छात्रों के लिए 'सुपर 45' कार्यक्रम, नहीं लेते कोई भी डोनेशन
जिस तरह से गणितज्ञ आनंद कुमार पटना में वंचित उम्मीदवारों के लिए 'सुपर 30' चलाते हैं, वैसे ही सूरत में चार्टर्ड अकाउंटेंट रवि छावछरिया आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को 'सुपर 45' या 'CA स्टार्स प्रोग्राम' के जरिए CA परीक्षा की तैयारी करने में मदद करते हैं। शैक्षिक कार्यक्रम के माध्यम से छावछरिया का उद्देश्य CA बनने के लिए प्रतिभाशाली और इच्छुक वंचित बच्चों को गुणवत्ता वाली शिक्षा और कोचिंग प्रदान करना है। आइए जानें पूरी खबर।
तीन साल से चला रहे हैं ये कार्यक्रम
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से CA बनने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए सूरत में छावछरिया एक विशेष और कॉम्प्रिहेंसिव शिक्षा कार्यक्रम 'CA स्टार्स प्रोग्राम' चलाते हैं। हर साल लगभग 45 छात्रों को इस कार्यक्रम के लिए चुना जाता है और उन्हें CA परीक्षा की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग प्रदान की जाती है। छावछारिया एक लेखक भी हैं। वे छात्रों को तीन साल से इस कार्यक्रम के तहत फ्री में पढ़ाते रहे हैं।
ट्रेनिंग के साथ-साथ देते हैं रहने और खाने की सुविधा
हर साल कार्यक्रम के लिए 40-45 छात्रों का चयन करने के बाद छावछरिया उम्मीदवारों की CA परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए एक ऑलराउंड टीचिंग मेथोडोलॉजी का उपयोग करते हैं। पढ़ाने के अलावा उनकी संस्थान सूरत के बाहर से आने वाले छात्रों के लिए चार साल तक भोजन और आवास की सुविधा भी प्रदान करती है। अधिकांश छात्र छोटे शहरों और गांवों के हैं और हिंदी मीडियम के सरकारी स्कूलों से आते हैं।
परीक्षा के माध्यम से होता है प्रवेश
छात्रों को एक परीक्षा के माध्यम से छावछरिया के 'CA स्टार्स प्रोग्राम' के लिए चुना जाता है, जिसके बाद योग्य छात्रों की फाइनेंशियल स्थिति का आकलन किया जाता है। छावछरिया के अनुसार CA स्टार्स के कई छात्र अपने परिवार में पढ़ाई करने वाले पहले व्यक्ति हैं। उनके माता-पिता में से अधिकांश छोटे किसान, रिक्शा चालक, कम वेतन वाले कर्मचारी और फुटपाथी विक्रेता हैं। वहीं उन में से कुछ छात्र अनाथ भी हैं।
कार्यक्रम के लिए नहीं लेते हैं कोई डोनेशन
छावछारिया के अनुसार पिछले तीन वर्षों में उनके 90% छात्रों ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा को पास कर चुकें हैं। विशेष रूप से वह अकेले ही कार्यक्रम में वगने वाली पूरी लागत देते हैं और वे इसके लिए कोई पैसा या डोनेशन नहीं लेते हैं।
क्या कहना है रवि का
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार छावछारिया का कहना है कि ये बच्चे बहुत विनम्र पृष्ठभूमि (Humble Background) से आते हैं। साथ ही बताया कि हम सूरत के बाहर से आने वालों के लिए भोजन और रहने की व्यवस्था करते हैं। हम एक परीक्षा के माध्यम से छात्रों का चयन करते हैं और उनके घर जाकर उनकी फाइनेंशियल स्थिति का आकलन करते हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से 90% छात्रों ने पिछले तीन वर्षों में CA परीक्षा को पास किया है।