IIT-M/Kgp, DU, BHU सहित इन संस्थानों को मिला इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस का दर्जा
क्या है खबर?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने 20 संस्थानों रेकमेंड किया है, जिनमें मद्रास और खड़गपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), हैदराबाद विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (IoE) का टैग दिया गया है।
इससे पहले UGC ने प्रतिष्ठित टैग के लिए 30 संस्थानों का सुझाव दिया था, लेकिन केंद्र के निर्देश पर सूची को 20 तक सीमित करना पड़ा है।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
संस्थान
ये संस्थान भी हैं शामिल
IIT-M, IIT-KGP, DU, BHU और UoH के अलावा UGC ने जादवपुर विश्वविद्यालय और अन्ना विश्वविद्यालय को भी इसके लिए चुना है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि जादवपुर और अन्ना विश्वविद्यालय द्वारा संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अपने फंड की 50% तक की धनराशि के हिस्से को आवंटित करने को लेकर आधिकारिक कम्यूनिकेशन करने के बाद ही IoE के मुद्दे पर विचार किया जा सकता है।
ग्रीनफील्ड श्रेणी
ग्रीनफील्ड श्रेणी में है इस संस्थान का नाम
इसके अलावा अमृता विद्यापीठम, वीआईटी वेल्लोर, जामिया हमदर्द, कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, शिव नादर यूनिवर्सिटी और ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी सहित प्राइवेट संस्थानों का सुझाव भी IoE टैग के लिए दिया गया है।
ग्रीनफील्ड श्रेणी में सत्य भारती फाउंडेशन का सुझाव दिया गया है।
इस श्रेणी के तहत सरकार नए संस्थानों की स्थापना के लिए संगठनों को प्रायोजित (Sponsoring) कर रही है। इसका मतलब है कि संस्थान अभी तक स्थापित नहीं हैं।
लिस्ट
ये संस्थान नहीं है इस लिस्ट में
मंत्रालय ने कहा कि दूसरी तरफ कई विश्वविद्यालय IoE के लिए अर्हता प्राप्त करने में असफल रहे हैं, क्योंकि वे वैश्विक या राष्ट्रीय रैंकिंग में शामिल नहीं थे।
इनमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अशोका विश्वविद्यालय, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, तेजपुर विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय, आंध्र विश्वविद्यालय और IIPH शामिल हैं।
मंत्रालय ने संस्थानों को चुनने के लिए QS-2019 भारत रैंकिंग, ब्रिटिश शिक्षा कंपनी क्वाक्कारेली साइमंड्स द्वारा वार्षिक विश्वविद्यालय रैंकिंग का उपयोग किया है।
अर्थ
क्या मतलब है 'इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस' का?
विशेष रूप से IoE योजना को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 2017 में विश्व स्तरीय संस्थानों को विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
मंत्रालय द्वारा नियुक्त एम्पावर्ड एक्सपर्ट कमेटी इस योजना के लिए 10 सार्वजनिक (पब्लिक) और 10 प्राइवेट संस्थानों का चयन करती है, जिन्हें पूर्ण प्रशासनिक और शैक्षणिक स्वायत्तता प्रदान की जाएगी।
सरकार सार्वजनिक संस्थानों के लिए विशेष धन मुहैया कराएगी। हालांकि प्राइवेट केवल अधिक स्वायत्तता के हकदार होंगे।
पिछले साल
पिछले साल ये संस्थान थे शामिल
पिछले साल IIT दिल्ली, IIT बॉम्बे और बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) को सरकार द्वारा IoE का दर्जा दिया गया था।
प्राइवेट क्षेत्र में मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन और बिट्स पिलानी ने भी खुद को IoE दर्जा दिया गया था।
हर साल कई संस्थानों को IoE की दर्जा दिया जाता है। वहीं कई संस्थान ऐसे होते हैं, जो इस दर्जा को हासिल नहीं कर पाते हैं।