कम कॉलेज ऑफर करते हैं ये कोर्स, कई लोगों को नहीं होती इनकी जानकारी
आज के समय में सभी छात्र एक ऐसा करियर विकल्प चुनना चाहते हैं जिसमें वे अच्छा भविष्य बना सकें। कई छात्र उन करियर विकल्प को चुनते हैं, जिनमें स्कोप होता है। वहीं कई ऐसे कोर्स भी होते है, जो बहुत ही कम युनिवर्सिटी और कॉलेजों द्वारा ऑफर किए जाते हैं। ऐसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी कम छात्र ही लेते हैं। आज के इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ कोर्स के बारे में बताने वाले हैं।
बहुत ही कम जगह होती है पेट्रोलियम इंजीनियरिंग
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की एक शाखा है जो पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के निष्कर्षण के अध्ययन से संबंधित है। इसमें ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुेशन डिग्री हासिल करने वाले छात्र परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले तेल और गैस के डिजाइनिंग पहलू के बारे में अध्ययन करते हैं। पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिग्री करियर के कई रास्ते खोलती है। पेट्रोलियम इंजीनियरों की विश्व स्तर पर अधिक मांग है।
एंडोक्रिनोलॉजी के बारे में भी जानते हैं काफी कम लोग
एंडोक्राइनोलॉजी मेडिसिन की ही एक ब्रांच है, जिसमें एंडोक्राइन सिस्टम और इसकी बीमारियों को दूर करने के बारे में पढ़ाया जाता है। भारत के अस्पतालों को थायरॉइड, पिट्यूटरी, अधिवृक्क, चयापचय हड्डियां, वृद्धि के विकार और यौवन आदि बीमारियों से निपटने के लिए विशिष्ट चिकित्सा विशेषज्ञों (एंडोक्रिनोलॉजिस्ट) की आवश्यकता होती है। ये पाठ्यक्रम ऑफर करने वाले काफी कम कॉलेज हैं और काफी कम संख्या में छात्र इसमें प्रवेश लेते हैं।
एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग करके भी सवांर सकते हैं करियर
इंजीनियरिंग करने वाले ज्यादातर छात्र कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी आदि ब्रांच का चयन करते हैं। साथ ही ज्यादातर कॉलेज भी यही पाठ्यक्रम ऑफर करते हैं। इनके अलावा एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में विमान के डिजाइन और प्रणालियों के बारे में पढ़ाया जाता है। इसमें व्यावहारिक और सैद्धांतिक समझ, भागों को इकट्ठा करना, वायुयानों का परीक्षण और रखरखाव करना आदि शामिल है। डिफेंस सहित सरकारी संगठनों में इसका बहुत स्कोप है।
एविएशन मैनेजमेंट के बारे में जानते हैं काफी कम लोग
एविएशन (विमानन) मैनेजमेंट एक ऐसा कोर्स है, जो एयरोस्पेस इंडस्ट्री से संबंधित एयरलाइनों, हवाई अड्डों और व्यवसाय के अध्ययन से संबंधित है। इसमें आप अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं। एविएशन मैनेजमेंट में कोर्स करके आप ग्राउंड क्रू मैनेजर्स, विमानन योजनाकार, एयरलाइंस के लिए वरिष्ठ कर्मचारी, एयरलाइंस के लिए संचालन विश्लेषक, एयरलाइंस के लिए वित्तीय विश्लेषक आदि के पद पर काम कर सकते हैं। इसमें काफी अच्छा स्कोप होता है।
इंडस्ट्रियल डिजाइन में बना सकते हैं करियर
इंडस्ट्रियल डिजाइन के तहत एक प्रोडक्ट को आर्ट और साइंस के माध्यम से दिखने और उपयोग करने के मामले आदि में बेहतर बनना सिखाया जाता है। कोई भी उम्मीदवार इंडस्ट्रियल डिजाइन में BTech या BE कर सकता है।