#NewsBytesExclusive: GATE-2019 टॉपर शशांक मंगल से खास बातचीत, तैयारी कर रहे छात्रों को दिए टिप्स
क्या है खबर?
बीते शुक्रवार को 2019 ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) 2019 का रिजल्ट घोषित किया गया।
IIT मद्रास द्वारा आयोजित किए गए इस टेस्ट में मध्यप्रदेश के मुरैना के रहने वाले 21 वर्षीय शशांक मंगल ने टॉप किया है। उन्होंने 1,000 में से 989 नंबर लेकर देशभर में पहला स्थान हासिल किया।
हमने उनकी इस उपलब्धि के बाद उनसे बातचीत की। न्यूजबाइट्स के साथ बातचीत में उन्होंने अपनी इस कामयाबी के सफर के बारे में बताया।
कामयाबी
'माता-पिता की वजह से मिली कामयाबी'
अपनी कामयाबी के बारे में बताते हुए शशांक ने कहा, "टॉप करना काफी अच्छा लग रहा है। मैं अपने माता-पिता का धन्यवाद करना चाहूंगा, जिन्होंने इस सफर में हमेशा मेरा साथ दिया।"
शशांक ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि वे टॉपर्स में अपना स्थान बना पाएंगे।
उन्होंने कहा, "मुझे टेस्ट सीरीज में अच्छी रैंकिंग मिली थी। इसलिए मुझे विश्वास था कि मैं टॉप 10 में अपना स्थान बना पाउंगा।"
जानकारी
IIT धनबाद के छात्र रहे हैं शशांक
शशांक IIT (ISM) धनबाद के छात्र रहे हैं। उन्हें ज्वॉइंट इंजीनियरिंग एग्जाम (JEE) एडवांस्ड में 6,214वां स्थान मिला था। उन्होंने BTech (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंशन इंजीनियरिंग) के फाइनल ईयर के दौरान GATE का टेस्ट दिया था।
मुश्किल
ये दो सब्जेक्ट्स सबसे मुश्किल
शशांक ने GATE का इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग पेपर दिया था। इसमें उन्होंने 1,000 में से 989 अंक हासिल किये।
जब हमने उनसे पूछा कि उन्हें इस एग्जाम की तैयारी के दौरान किन सब्जेक्ट्स में सबसे ज्यादा मुश्किलें आई तो उन्होंने कहा, "मुझे एनालॉग सर्किट्स और ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंटेशन सबसे मुश्किल लगे। इस बार ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंटेशन ज्यादा नंबर का था। यह एक कोर सब्जेक्ट है।"
कोचिंग
कोचिंग का कौन सा तरीका सबसे सही?
शशांक ने कहा कि उन्होंने एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था। हमने उनसे पूछा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग में से क्या बेहतर है?
इस पर उन्होंने कहा, "यह आप पर निर्भर करता है। अगर कोई ऑनलाइन कोचिंग से तैयारी कर सकता है तो यह ठीक है। मैंने ऑफलाइन कोचिंग की थी। इससे ऐसा लगता है कि जैसा प्रतिस्पर्धा के माहौल में कोई मुझे पढ़ा रहा है। इससे हम काफी कुछ सीख सकते हैं।"
तैयारी
सिर्फ तीन महीने की तैयारी
हमने शशांक से पूछा कि उन्होंने इस टेस्ट के लिए कितनी समय तक तैयारी की।
उन्होंने कहा, "मैंने GATE के लिए थर्ड ईयर से तैयारी शुरू की थी। मैंने सबसे पहले रेफरेंस बुक्स से शुरू किया था। इसके बाद मैंने समर क्रैश कोर्स शुरू किया था।"
उन्होंने कहा, "नवंबर में मेरे एग्जाम्स के बाद मैंने GATE के लिए तैयारी शुरू की थी। मैं रोजाना 10-12 घंटे पढ़ता था।"
शशांक ने कहा कि उन्होंने तीन महीनों तक इसकी तैयारी की थी।
जानकारी
तैयारी में सबसे बड़ी मुश्किलें
शशांक से जब पूछा गया कि इस तैयारी में सबसे बड़ी चुनौती क्या थी तो उन्होंने कहा, "सारी चीजों को याद रखना सबसे मुश्किल होता है। शुरुआत में आप कई चीजें भूलते हैं, सिलेबस बहुत बड़ा है और आपको हर चीज याद रखनी होती है।"
समन्वय
कॉलेज और गेट की तैयारी एक साथ कैसे
कई छात्रों को एक साथ कॉलेज की पढ़ाई, एग्जाम और GATE की तैयारी बहुत मुश्किल काम लगता है। हमने इस बारे में शशांक से सवाल किया।
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैं हमेशा एक समय में एक चीज पर फोकस करता हूं। अगर मैं GATE की तैयारी करना चाहता हूं तो पूरे दिन GATE के लिए ही पढूंगा। अगर मुझे कॉलेज सेमेस्टर के लिए पढ़ाई करनी है तो मैं केवल उसके लिए ही पढूंगा।"
जरूरी बातें
तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या थी?
न्यूजबाइट्स ने शशांक से पूछा कि GATE की तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण भाग कौन सा रहा?
इस पर उन्होंने कहा, "सबसे जरूरी बात है कि आप GATE के प्रति पूरी तरह समर्पित रहें। आपको पूरी लगन के साथ मेहनत करनी होती है। सिलेबस में आपको इंटरेस्ट होना चाहिए तभी आप कुछ सीख पाते हैं।"
उन्होंने कहा कि यही बातें टेस्ट की तैयारी के लिए सबसे जरूरी थी।
सलाह
GATE की तैयारी कर रहे छात्रों को सलाह
GATE की तैयारी कर रहे छात्रों को सलाह देते हुए शशांक ने कहा, "मैं कहूंगा कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा टेस्ट सीरीज करनी चाहिए। टेस्ट सीरीज बहुत जरूरी और काम आने वाली होती हैं।"
शशांक ने कहा कि उन्होंने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान कोई नौकरी नहीं ली और केवल GATE की तैयारी पर फोकस किया।
शशांक ने कहा, "अगर आप कैंपस प्लेसमेंट में नौकरी ले लेंगे तो GATE की तैयारी नहीं कर पाएंगे।"