जानें IIT मद्रास के इन टॉप पूर्व छात्रों के बारे में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IIT-Madras) देश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के लिए सबसे प्रतिष्ठित और मांग वाले संस्थानों में से एक है। 1959 में स्थापित IIT-Madras को लगातार टॉप IIT में स्थान दिया गया है। पिछले कई वर्षों में इसने कुछ सबसे सफल पूर्व छात्र दिए हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम आपको आज के इस लेख में IIT-Madras के पांच प्रसिद्ध पूर्व छात्रों के बारे में बताएंगे।
इंफोसिस के संस्थापकों में से एक हैं IIT मद्रास के पूर्व छात्र
सेनापति गोपालकृष्णन, जिन्हें क्रिस गोपालकृष्णन के नाम से जाना जाता है, IIT मद्रास के सबसे प्रसिद्ध पूर्व छात्रों में से एक हैं। वह 1981 में स्थापित प्रमुख ग्लोबल IT फर्म इंफोसिस के सात संस्थापकों में से एक हैं। उन्होंने IIT-Madras से कंप्यूटर विज्ञान में M.Tech और फिजिक्स में M.Sc किया है। उन्होंने 2014 में एक वेंचर कैपिटल प्लेटफार्म एक्सिलर वेंचर्स की सह-स्थापना भी की। साल 2011 में गोपालकृष्णन को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
कंप्यूटर साइंटिस्ट और गूगल फेलो भी हैं पूर्व छात्र
प्रख्यात कंप्यूटर वैज्ञानिक रामनाथन गुहा IIT-Madras के एक प्रसिद्ध पूर्व छात्र हैं। उन्हें व्यापक रूप से RSS, RDF और Schema.org जैसे वेब मानकों के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने IIT मद्रास से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया है और बाद में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से PHD और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से MS किया है। वह 2016 तक Google में Google फैलो और वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) थे।
ये भी हैं IIT मद्रास के पूर्व छात्र
आनंद राजारमन और वेंकी हरिनारायण प्रसिद्ध वेब और प्रौद्योगिकी इंटरप्रेन्योर होने के साथ-साथ IIT मद्रास के पूर्व छात्र भी हैं। राजनारायण और हरिनारायण दोनों ने प्रतिष्ठित संस्थान से कंप्यूटर साइंस में B.Tech किया है। वे Junglee Corp के सह-संस्थापक हैं। इसे 1996 में स्थापित किया गया था और 1998 में Amazon द्वारा अधिग्रहित किया गया था। विशेष रूप से उन्होंने कैंब्रियन वेंचर्स और कॉसमिक्स की सह-स्थापना भी की।
ये भी हैं IIT मद्रास के पूर्व छात्र
जोहो कॉरपोरेशन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीधर वेम्बू भी प्रख्यात IIT मद्रास के पूर्व छात्रों में से एक हैं। उन्होंने 1989 में IIT-मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री हासिल की और बाद में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से Phd की। उन्होंने एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी ज़ोहो की स्थापना 1996 में की, जो ऑफिस टूल सूट, IoT मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म इत्यादि सहित वेब-आधारित बिजनेस टूल और IIT सोल्यूसन पर केंद्रित है।
वॉयला के संस्थापक भी हैं IIT मद्रास के पूर्व छात्र
वॉयला के संस्थापक CEO विश्वास श्रृंगी भी IIT मद्रास के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने IIT मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया। मिसिसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी से MS हासिल किया और टेपर स्कूल ऑफ बिजनेस, कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी से MBA किया।