JSSC ने जारी किया परीक्षा कैलेंडर, अगस्त से नवंबर के बीच होगी 35,894 पदों पर नियुक्ति
क्या है खबर?
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने अगस्त से नवंबर के बीच ली जाने वाली नियुक्ति परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया है।
इसके मुताबिक, झारखंड में कुल 35,894 पदों पर नियुक्ति की जाएगी।
अगस्त से नवंबर के बीच कुल 12 नियुक्ति परीक्षाएं आयोजित होंगी।
कुछ परीक्षाओं के परिणाम अक्टूबर से आने शुरू हो जाएंगे।
आयोग के मुताबिक, जनवरी 2024 तक सभी भर्ती परीक्षाओं के नतीजे घोषित हो जाएंगे।
परीक्षा
12 अगस्त से शुरू हो रहा परीक्षाओं का सिलसिला
झारखंड में नियुक्ति परीक्षाओं का सिलसिला 12 अगस्त से शुरू हो रहा है।
12 अगस्त को लैब असिस्टेंट के 490 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा होगी। इसके परिणाम अक्टूबर में जारी होंगे।
स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) के 3,020 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा 18 अगस्त से 10 सितंबर तक चलेगी। इसका परिणाम नवंबर में आएगा।
इसके अलावा 2 सितंबर से 20 अक्टूबर तक 1,296 डिप्लोमा स्तरीय पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा होगी। इसके नतीजे दिसंबर में आएंगे।
अक्टूबर
अक्टूबर-नवंबर के बीच होगा इन परीक्षाओं का आयोजन
583 पदों पर उत्पाद सिपाही की भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता और लिखित परीक्षा सितंबर-अक्टूबर में होगी।
इसके परिणाम दिसंबर-जनवरी में आएंगे। नगरपालिका सेवा के 921 पदों के लिए 29 अक्टूबर को परीक्षा होगी।
ITI प्रशिक्षकों के 727 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा 15 से 17 दिसंबर को होगी। इसके नतीजे जनवरी में घोषित होंगे।
मैट्रिक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा 28 अक्टूबर को आयोजित होगी और इसके नतीजे जनवरी में आएंगे।
26,001
अभी 26,001 पदों पर चल रही है आवेदन प्रक्रिया
झारखंड में सबसे ज्यादा सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती होगी।
कुल 26,001 पदों पर भर्ती प्रक्रिया 8 अगस्त से शुरू हो चुकी है।
इसमें 12,868 पद सहायक अध्यापक और 13,133 पद अन्य शिक्षकों के लिए हैं।
इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन झारखंड प्रारंभिक शिक्षक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा।
परीक्षा का आयोजन नवंबर के दूसरे सप्ताह में किया जाएगा और जनवरी में परिणाम घोषित होंगे।
इस भर्ती से संबंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
भर्ती
भर्ती प्रक्रिया में नए नियम लागू करने का प्रस्ताव
आमतौर पर छोटे-छोटे पदों पर सरकारी नौकरी के लिए उच्च शिक्षा हासिल कर चुके युवा भी आवेदन करते हैं, लेकिन झारखंड में इस नियम को बदलने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इसके मुताबिक, मैट्रिक स्तरीय नियुक्तियों को केवल मैट्रिक पास छात्रों के लिए आरक्षित किए जाने की मांग की गई है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि झारखंड के मूल निवासी और आदिवासी कम पढ़े-लिखे हैं। ऐसे में नियमों में संशोधन किया जाना चाहिए।