छात्रों की सुविधा के लिए हो सकती है सभी IIMs में कॉमन साक्षात्कार प्रक्रिया, जानें
क्या है खबर?
बुधवार को IIM समन्वय फोरम की पहली बैठक के बाद सभी 20 IIMs को प्रवेश के लिए एक केंद्रीकृत साक्षात्कार प्रक्रिया का पालन करने का सुझाव दिया गया है।
हालांकि, इस सुझाव को पुराने IIMs के विरोध का सामना करना पड़ा है।
अब तक सभी IIMs अपने-अपने परिसरों में साक्षात्कार आयोजित करते हैं, क्योंकि प्रत्येक IIM के पास छात्र के चयन के लिए अपने ही मानदंड हैं।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
छात्र
इससे चयनित छात्रों को होगी आसानी
केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चयन के दृष्टिकोण में अंतर इसलिए है, क्योंकि कुछ संस्थान विविधता (Diversity) पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो अन्य संस्थान नहीं करते हैं।
यह केंद्रीकृत प्रणाली उन चयनित छात्रों के बोझ को कम करेगी, जिन्हें साक्षात्कार के लिए विभिन्न स्थानों की यात्रा करनी होती है।
विशेष रूप से इस विचार को पहली बार 22 मई, 2019 को हुई एक बैठक में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा पेश किया गया था।
बयान
पुराने IIMs ने दिया ये सुझाव
इस बीच पुराने IIMs ने इस कदम का विरोध करते हुए आग्रह किया कि साक्षात्कार कम से कम एक ही स्थान पर स्थानांतरित करने पर विचार करें।
इसके साथ ही उन्हें छात्रों के लाभ को ध्यान में रखते हुए सर्वोत्तम संभव समाधान के साथ आने के लिए कहा गया है।
इतना ही नहीं फोरम ने उन अन्य IIMs को भी कहा है, जो अभी तक CAT प्रवेश फॉर्मेट को फॉलो नहीं करते हैं।
जानकारी
क्या कहा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व सदस्य ने
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व सदस्य प्रो इंदर मोहन कापही ने इस कदम को "उम्मीदवार के अनुकूल" कहा। उन्होंने कहा कि सभी IIMs अब एक सामान्य अधिनियम द्वारा शासित होते हैं, इसलिए प्रवेश प्रक्रियाओं में समानता स्वाभाविक आवश्यकता है।
चर्चा
इन बातों पर भी की गई चर्चा
इस बैठक में फोरम IIMs के लिए जर्नल सदस्यता की लागत को कम करने के लिए सामान्य सदस्यता प्रणाली शुरू करने की योजना भी बनाई थी।
इसके अलावा फोरम ने सभी IIMs के बीच समन्वय को बेहतर बनाने के लिए चर्चा की।
रिपोर्टों से पता चलता है कि फोरम को सालाना बैठक करने की आवश्यकता है।
साथ ही अपने कार्यों के बारे में अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को प्रस्तुत करनी चाहिए।
फोरम
कैसे हुआ फोरम का गठन
IIM समन्वय बैठक भारतीय प्रबंधन संस्थान अधिनियम 2017 के तहत स्थापित किया गया था, जो पिछले जनवरी यानी जनवरी, 2019 में लागू हुआ था।
इसके सदस्यों में IIM के निदेशक, संस्थान के चार अध्यक्ष, उच्च शिक्षा के केंद्रीय मानव संसाधन सचिव और पांच अन्य प्रसिद्ध व्यक्ति शामिल हैं।
आपको बता दें कि बैठक के लिए अध्यक्ष का चयन करने के लिए निदेशकों सहित एक समिति का गठन किया गया है।