IIT ने नौकरी के ऑफर रद्द करने पर 20 कंपनियों को प्लेसमेंट अभियान से प्रतिबंधित किया
क्या है खबर?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के प्रमुख संस्थानों में प्लेसमेंट अभियान शुरू हो चुका है, लेकिन इस बार इसमें 20 से अधिक कंपनियां भाग नहीं ले सकेंगी। संस्थान ने इन कंपनियों को प्रतिबंधित किया है। दरअसल, इन कंपनियों ने पिछले शैक्षणिक वर्ष में जिन छात्रों को नौकरी के प्रस्ताव दिए थे, उनको अंतिम समय में रद्द कर दिया है, जिसके बाद यह कदम उठाया गया। अधिकारियों ने बताया कि कंपनियों के इस व्यवहार का असर छात्रों के प्रदर्शन पर पड़ता है।
फैसला
छात्रों पर नकारात्मक असर
टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि कई IIT में जिन छात्रों को किसी कंपनी से नौकरी का प्रस्ताव मिल जाता है, उन्हें आगे अन्य कंपनी के साक्षात्कार में बैठने की अनुमति नहीं होती है। ऐसे में अगर छात्रों का अंतिम समय में प्रस्ताव रद्द होता है, तो इससे छात्रों पर नकारात्मक असर पड़ता है और उनके करियर भी खतरे में होता है। इसलिए IIT संस्थानों ने सर्वसम्मति से कंपनियों को मौजूदा प्लेसमेंट चक्र से प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।
जांच
कंपनियों का रिकॉर्ड भी खराब
प्लेसमेंट प्रक्रिया में शामिल एक IIT प्रोफेसर ने बताया कि हाल में 15 IIT के प्लेसमेंट समन्वयकों ने कथित कंपनियों की जांच की थी, जिसमें कई खुलासे हुए। पता चला कि पिछले रिकॉर्ड में इन कंपनियों का ऑफर रद्द करने का इतिहास रहा है और छह-सात IIT ने तो उन्हें पहले ही भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया था। कंपनियों ने कई IIT में अपने ऑफर रद्द कर दिए थे। इनमें से कुछ डेटा एनालिटिक्स और सॉफ्टवेयर आधारित कंपनियां हैं।
कटौती
वेतन पैकेज में भी कटौती
IIT बॉम्बे के 2025 बैच के एक छात्र ने बताया कि एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने उसे 30 लाख रुपये का ऑफर मिला था, लेकिन ज्वाइन करने से 2 दिन पहले ही उसे वापस ले लिया गया। प्लेसमेंट प्रक्रिया के प्रोफेसर का कहना है कि इस साल IIT संस्थान, विकसित भारत पहल के तहत केंद्र द्वारा समर्थित ज़्यादा स्टार्टअप्स को सक्रिय रूप से शामिल कर रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि संस्थान अन्य कंपनियों की भी जांच करेगा।