हिमाचल प्रदेश: कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के नतीजे जारी, प्रियंका और दिवांगी ने किया टॉप
लंबे समय के इंतजार के बाद हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (HPBOSE) ने 26 मार्च से 13 अप्रैल तक आयोजित की गई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के परिणामों की घोषणा कर दी है। हिमाचल प्रदेश की इस बोर्ड परीक्षा में कुल 1.16 लाख छात्र शामिल हुए थे। जो छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे HPBOSE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने नतीजे डाउनलोड कर सकते हैं।
परीक्षा में कुल 87.5 प्रतिशत छात्र हुए पास
बोर्ड के मुताबिक, कक्षा 10 की परीक्षा में कुल 87.5 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। पहले 10 स्थानों पर 11 छात्र और 67 छात्राएं रहीं। परीक्षा में मंडी की दो छात्राओं, प्रियंका और दिवांगी, ने टॉप किया है। दोनों ने 700 में से 693 (99 प्रतिशत) अंक हासिल किए हैं। प्रियंका सरस्वती विद्या मंदिर की छात्रा हैं, जबकि दिवांगी ने एंगलो संस्कृत मॉडल स्कूल से पढ़ाई की है।
ऐसे डाउनलोड करें कक्षा 10 के नतीजे
नतीजे देखने के लिए छात्र हिमाचल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.hpbose.org पर जाएं। अब होम पेज पर दिखाई दे रहे कक्षा 10 के रिजल्ट से जुड़े लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद आप एक नए पेज पर आ जाएंगे, यहां मांगी जा रही जानकारी जैसे अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें और सबमिट करें। अब आपका परिणाम आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा। आगे की जरूरत के लिए परिणाम को डाउनलोड करके इसका प्रिंट निकलवा लें।
SMS से भी देख सकते हैं कक्षा 10 के नतीजे
जिन छात्रों को ऑनलाइन रिजल्ट देखने में दिक्कत आ रही है, वे SMS के माध्यम से कक्षा 10 के नतीजे देख सकते हैं। इसके लिए मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाकर HP10 टाइप कर स्पेस दें, फिर रोल नंबर लिखें और अंत में 56263 पर भेज दें। हिमाचल प्रदेश बोर्ड की परीक्षा दे चुके छात्र किसी भी आशंका को दूर करने के लिए बोर्ड के फोन नंबर- 01892-242140 या ईमेल आईडी- hpbosesop2.27@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।
पिछले सालों के नतीजे कैसे रहे?
बता दें कि 2021 में हिमाचल बोर्ड ने कक्षा 10 के परिणाम 5 जुलाई को घोषित किए थे। इस दौरान कक्षा 10 के कुल 1,16,954 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था और कुल पास प्रतिशत 99.70 रहा था। वहीं 2020 में कुल 1,04,336 छात्रों ने कक्षा 10 की परीक्षा दी थी और 68.11 प्रतिशत पास हुए थे। 2019 में कुल 1,11,976 छात्रों ने परीक्षा दी थी जिसमें से 60.79 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए थे।