CBSE बोर्ड परीक्षा: जानिए 12वीं के लिए अकाउंटेंसी का पाठ्यक्रम और तैयारी के टिप्स
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अभी तक 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट जारी नहीं की है। लाखों छात्र इसका इंतजार कर रहे हैं। 12वीं की बोर्ड परीक्षा में विज्ञान, मानविकी और वाणिज्य संकाय के छात्र शामिल होंगे। वाणिज्य संकाय में अर्थशास्त्र, बिजनेस स्टडीज के साथ अकाउंटेंसी एक बेहद महत्वपूर्ण विषय है। कई छात्र इसमें कठिनाई महसूस करते हैं। आइए 12वीं के लिए अकाउंटेंसी का पाठ्यक्रम और परीक्षा तैयारी के टिप्स जानते हैं।
क्या है अकाउंटेंसी का पाठ्यक्रम?
अकाउंटेंसी की सैद्धांतिक परीक्षा 80 अंक की होगी। 20 अंक प्रायोगिक कार्य के लिए हैं। इस विषय के पाठ्यक्रम को अलग-अलग खंडों में विभाजित किया गया है। इसमें साझेदारी फर्मों और कंपनियों के लिए अकाउंटेंसी, वित्तीय वक्तव्य विश्लेषण, कंपनी नकदी प्रवाह विवरण जैसे खंड शामिल हैं। इसमें साझेदारी फर्मों और कंपनियों के लिए अकाउंटेंसी खंड बेहद महत्वपूर्ण है। इससे 60 अंकों से सवाल पूछे जाते है। दूसरे खंड के लिए 20 अंक आवंटित हैं।
लेखन कौशल सुधारें
अकाउंटेंसी में अच्छे अंक लाने के लिए लेखन कौशल बेहद महत्वपूर्ण है। कई बार खराब लिखावट और प्रस्तुति के कारण अंक कट जाते हैं। ऐसे में नियमित रूप से उत्तर लेखन करें। अकाउंटेंसी में बहुत से ग्राफ होते हैं, इनका बार-बार अभ्यास करें। इसके अलावा छात्र अकाउंटेंसी से संबंधित परिभाषा, सिद्धांत और अनुप्रयोगों को प्रमुखता समझें। भारतीय साझेदारी अधिनियम 1932, कंपनी अधिनियम, शेयरों की सार्वजनिक सदस्यता संबंधी नियमों को अच्छी तरह याद करें।
अकाउंटिंग समस्याओं को हल करें
प्रत्येक अध्याय के लिए बुनियादी ज्ञान प्राप्त करने के बाद उम्मीदवार अकाउंटिंग समस्याओं को हल करें। परीक्षा के दौरान इनमें गलतियां होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में उम्मीदवार सरल अकाउंटिंग समस्याओं से शुरुआत करें। इसके बाद कठिन समस्याओं को हल करें। अकाउंटिंग के प्रमुख नियमों और अवधारणाओं का फ्लोचार्ट बना लें। सवाल हल करने से पहले इनका रिवीजन करें। छात्र स्प्रेडशीट और अन्य सॉफ्टवेयर पर भी अकाउंटिंग समस्या हल कर सकते हैं।
पिछले साल के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें
12वीं के लिए अकाउंटेंसी के पिछले साल के प्रश्नपत्र विभिन्न इंटरनेट वेबसाइट पर मौजूद हैं। उम्मीदवार इनका विशेष तौर पर विश्लेषण करें। इससे प्रश्नों का पैटर्न समझें और जिन विषयों को दोहराया गया है, उन्हें नोट करें। छात्र CBSE की आधिकारिक वेबसाइट से सैंपल पेपर डाउनलोड कर सकते हैं। सैंपल पेपर हल करने से उम्मीदवार परीक्षा में हुए बदलाव से परिचित होंगे और बेहतर समय प्रबंधन करने के साथ अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान भी कर सकेंगे।