हरियाणा: प्राइवेट स्कूलों में नहीं लगेंगी नर्सरी से यूकेजी तक की क्लासेस, सरकार ने दिया आदेश
क्या है खबर?
अब हरियाणा के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी, यूकेजी और एलकेजी क्लासेस की पढ़ाई नहीं होगी। जी हां, हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी, यूकेजी और एलकेजी की क्लासेस को बंद करने का आदेश दिया है।
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास का हवाला देते हुए सरकार ने ये आदेश दिया है। अब हरियाणा के किसी भी प्राइवेट स्कूल में नर्सरी, यूकेजी और एलकेजी की पढ़ाई नहीं होगी।
आइए जानें पूरी खबर।
कारण
किस कारण लिया गया ये फैसला?
रोहतक के जिला शिक्षा अधिकारी विजय लक्ष्मी नांदल का कहना है कि बच्चों को मानसिक रूप से परिपक्व होने के लिए और शारीरिक रूप से बढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। यही कारण है कि राज्य सरकार ने नर्सरी से यूकेजी तक की सभी क्लास बंद करने का आदेश दिया है।
इससे बच्चों को समय मिलेगा और उनका शारीरिक विकास और मानसिक विकास अच्छे से हो पाएगा।
बयान
खेलने की उम्र में स्कूल जाने लगते हैं बच्चे
बता दे कि जिला शिक्षा अधिकारी विजय लक्ष्मी नांदल का कहना कि बच्चों की खेलने की उम्र में ही उन्हें स्कूले भेजा जाने लगता है, जिस कारण उनका मानसिक और शारीरिक विकास नहीं हो पाता। इसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की उम्र पांच साल हो जाने के बाद ही स्कूल में भर्ती कराना चाहिए। पांच साल से कम उम्र वाले बच्चे आंगनवाड़ी या प्ले स्कूल में जा सकते हैं।
प्रतिक्रिया
क्या कहना है लोगों का?
सरकार के इस फैसले पर कुछ लोगों का कहना है कि सरकार पढ़ाई खत्म कर रही हैं, वहीं कुछ लोग सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि तीन या चार साल की उम्र बच्चों के पढ़ने की नहीं होती है, इसलिए सरकार का ये फैसला बिल्कुल ठीक है। सरकार के इस फैसले से बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास अच्छी तरह से हो पाएगा।