DU: पेपर पेन आधारित ओपन बुक परीक्षाओं में छात्रों को गैजेट्स ले जाने की होगी अनुमति
क्या है खबर?
ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाओं (OBE) का आयोजन करने के बाद 14 सितंबर से दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) पेपर पेन मोड में ओपन बुक परीक्षाएं कराने जा रही है।
इसके लिए छात्रों को अपनी आंसर शीट लेकर आने के लिए कहा जाएगा। साथ ही अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट आदि लाने की अनुमति होगी।
बता दें कि इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण इस प्रकार परीक्षाएं कराई जा रही हैं।
कारण
क्यों किया जा रहा पेपर पेन मोड में परीक्षाओं का आयोजन?
यूनिवर्सिटी ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था।
इसमें कहा गया कि वह 14 सितंबर से शुरू होने वाली दूसरे चरण की OBE का आयोजन उन छात्रों के लिए किया जा रहा है, जो 10 अगस्त से 31 अगस्त तक होने वाली पहले चरण की OBE में शामिल नहीं हो पाए थे।
कई छात्रों के पास लैपटॉप और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन नहीं था, जिस कारण वे ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं दे पाए।
जानकारी
आवश्यक स्टेशनरी की व्यवस्था छात्रों को खुद करनी होगी
इसके साथ ही हलफनामे में यह भी कहा गया कि छात्र दूसरे चरण की परीक्षाओं में दिल्ली में बने परीक्षा केंद्र पर आकर या फिर अगर वे कोरोना वायरस के कारण यात्रा नहीं करना चाहते तो ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं।
छात्रों को परीक्षाओं के लिए आंसर लिखने के लिए A4 साइज के प्लेन पेपर की शीट लेकर आनी होगी।
इसके अलावा उपयोग की जाने वाली सभी आवश्यक स्टेशनरी की व्यवस्था छात्रों को खुद करनी होगी।
छात्र
SOL और NCWEB के छात्र भी होंगे शामिल
इसके अलावा परीक्षा केंद्रों के अंदर स्टेशनरी, फेस मास्क और सैनिटाइजर और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की भी अनुमति होगी।
ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए दूसरे चरण की परीक्षाओं में स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) और नॉन कॉलेजिएट वीमेन्स एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) के छात्र भी शामिल होंगे।
इनमें वे छात्र भी शामिल होंगे, जो या तो परीक्षा दे नहीं पाए या अपनी आंसर शीट सबमिट नहीं कर पाए।
जानकारी
अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए दे सकते हैं परीक्षा
दिव्यांग श्रेणी के छात्रों को छोड़कर जो छात्र पहले चरण की परीक्षाओं में अपने द्वारा किए गए प्रदर्शन में सुधार करना चाहते हैं तो वे भी दूसरे चरण की परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं। इससे छात्र अपने नंबर में सुधार कर पाएंगे।
बयान
स्टडी मैटेरियल को परीक्षा केंद्र ले जाना मुश्किल- असिस्टेंट प्रोफेसर
दूसरे चरण की परीक्षाओं के संबंध में हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार दिल्ली के राजधानी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर पंकज गुप्ता का कहना है कि ओपन बुक परीक्षाओं में छात्र स्टडी मैटेरियल की सहायता लेकर पेपर दे सकते हैं और स्टडी मैटेरियल को परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र पर कैसे ले जाएंगे। साथ ही मोबाइल फोन पर सब जानकारी प्राप्त करना आसान नहीं है। इसलिए उन्हें स्टडी मैटेरियल के साथ लैपटॉप लेकर जाना जरूरी है।
बयान
इंटरनेट की कमी के कारण पहले चरण में नहीं हो पाईं शामिल- छात्रा
छात्र अभी भी कन्फ्यूजन में हैं। एक छात्रा संगीता ने कहा कि वे अपने घर पर हैं और वर्तमान स्थिति में दिल्ली कैसे जाएंगी। वे इंटरनेट की कमी के कारण पहले चरण में शामिल नहीं हो सकी। अब उन्हें नहीं पता कि वह क्या करें।