CBSE: उत्तरपुस्तिकाओं का गलत मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों के खिलाफ होगी ये कार्रवाई
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट 02 मई, 2019 को जारी कर दिया है।
अब 10वीं परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
रिजल्ट जारी होने की आधिकारिक तिथि की अभी कोई घोषणा नहीं की गई है।
इसी बाच हाल ही में आई एक खबर के अनुसार CBSE 12वीं की उत्तरपुस्तिकाओं का गलत मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
मूल्यांकन
तीन साल तक नहीं कर सकेंगे मूल्यांकन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उन शिक्षकों को पूरे तीन साल के लिए मूल्यांकन से अलग कर दिया जाएगा।
CBSE ने इसको लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है।
अभी मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए आवेदन चल रहे हैं। उसके बाद छात्रों को पुनर्मूल्यांकन (Revaluation) के लिए मौका दिया जाएगा।
इसके बाद छात्रों को उत्तरपुस्तिका की फोटो कॉपी भी प्रदान की जाएंगी।
छात्र बोर्ड से शिकायत कर सकते हैं। शिकायत पर बोर्ड दुबारा इसकी जांच करेगा।
बोर्ड
बोर्ड ने मांगी शिक्षकों की सूची
कॉपी की जांच करने वाले केंद्र और कॉपी जांचने वाले शिक्षक के स्कूल दोनों को बोर्ड की ओर से नोटिस दिया जाएगा।
बोर्ड ने इसकी तैयारी के लिए स्कूलों से शिक्षकों की सूची मांगी है।
बोर्ड को गलत शिक्षकों की सूची भेजने वाले स्कूलों पर 50 हजार तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
साल 2018 के बोर्ड रिजल्ट के बाद स्क्रूटिनी के दौरान देशभर के 500 से अधिक ऐसे शिक्षक पकड़ में आए थे, जिन्होंने काफी कम नंबर दिए थे।
बयान
क्या कहा संयम भारद्वाज ने
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि न तो इन शिक्षकों ने मूल्यांकन में स्टेपवाइज मार्किंग की थी और न ही सारे उत्तरों को जांचा था।
कई कॉपियां तो ऐसी थीं, जिन पर 63 की जगह तीन नंबर दिए गए थे।
CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज का कहना है कि इस बार गलत मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी।
साथ ही शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा और आगे तीन साल तक मूल्यांकन से दूर रखा जाएगा।