डीपसीक से दुनिया के 500 अमीरों को हुआ भारी नुकसान, इतनी कम हुई संपत्ति
क्या है खबर?
डीपसीक के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल डीपसीक-R1 ने तकनीकी बाजार में तूफान मचा दिया है।
इससे दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों को संयुक्त रूप से 108 अरब डॉलर (लगभग 9,300 अरब रुपये) का नुकसान हुआ।
एनवीडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जेन्सन हुआंग ने 20.1 अरब डॉलर (लगभग 1,700 अरब रुपये) खोए, जो उनकी कुल संपत्ति का 20 प्रतिशत है।
लैरी एलिसन, माइकल डेल और चांगपेंग झाओ जैसे अन्य अरबपतियों को भी बड़ा नुकसान हुआ।
संपत्ति
तकनीकी क्षेत्र की संपत्तियों में भारी गिरावट
तकनीकी क्षेत्र के अरबपतियों की संपत्ति में कुल 94 अरब डॉलर (लगभग 8,100 अरब रुपये) की गिरावट हुई।
ओरेकल के लैरी एलिसन ने 22.6 अरब डॉलर (लगभग 1,900 अरब रुपये) गंवाए, जबकि माइकल डेल ने 13 अरब डॉलर (लगभग 1,100 अरब रुपये) और बिनेंस के CEO चांगपेंग झाओ ने 12.1 अरब डॉलर (लगभग 1,000 अरब रुपये) खो दिए।
डीपसीक की सफलता ने इन सभी बड़े तकनीकी खिलाड़ियों की संपत्ति में भारी कमी कर दी।
बाजार
डीपसीक की वजह से बाजार में बदलाव
डीपसीक का कम लागत वाला मॉडल बड़ी तकनीकी कंपनियों की पूंजी-निर्भर रणनीतियों को चुनौती देता है।
इसने AI क्षेत्र में एक नई दिशा दी है, जहां बड़े चिप्स और भारी खर्च के बिना भी सफलता संभव है। कंपनी का यह कदम निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर रहा है, जो अब सिलिकॉन वैली की महंगी परियोजनाओं पर सवाल उठा रहे हैं।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अरबपतियों की संपत्ति में कुल गिरावट का 85 प्रतिशत केवल तकनीकी अरबपतियों के हिस्से में आया।
संभावनाएं
आर्थिक अस्थिरता और संभावनाएं
डीपसीक की सफलता ने AI की दुनिया में नए खिलाड़ियों के लिए संभावनाओं के दरवाजे खोले हैं।
हालांकि, इसने अरबपतियों की संपत्ति को हिला दिया है। डीपसीक-R1 जैसे कम लागत वाले AI मॉडल तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
भविष्य में, इस प्रकार की तकनीक खर्च पर निर्भरता को कम कर सकती है। डीपसीक की सफलता ने साबित किया कि किसी नई तकनीक की सफलता के लिए किसी बड़े बजट की जरूरत नहीं है।