विश्व बैंक ने भारत के GDP विकाद दर का अनुमान 6.6 से बढ़ाकर 7 प्रतिशत किया
क्या है खबर?
विश्व बैंक ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को लेकर अपने विकास पूर्वानुमान को संशोधित कर दिया है।
बैंक ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए इसे 6.6 प्रतिशत के पूर्व अनुमान से बढ़ाकर 7 प्रतिशत किया। पूर्व अनुमान विश्व बैंक ने जून में लगाया था।
यह समायोजन भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन को दर्शाता है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था थी।
विकास दर
कैसे संशोधित किया विकास दर?
विश्व बैंक के वरिष्ठ अर्थशास्त्री रैन ली के मुताबिक, चुनौतीपूर्ण माहौल होने के बाद भी भारत की वृद्धि दर मजबूत बनी हुई है।
मानसून के कारण कृषि क्षेत्र, ग्रामीण मांग और निजी खपत में सुधार के दम पर यह अनुमान लगाया गया है।
बैंक ने अपनी इंडिया डेवलपमेंट अपडेट रिपोर्ट में कहा कि मानसून के कारण कृषि क्षेत्र में सुधार से उद्योग में दिख रही मामूली गिरावट की थोड़ी बहुत भरपाई हो जाएगी और सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी।
दर
15 महीने में सबसे कम विकास दर दर्ज
पिछले दिनों आई रिपोर्ट में भारत में अप्रैल-जून 2024-25 की तिमाही में GDP विकास दर कम होकर 6.7 प्रतिशत रह गई है। पिछले साल इसी तिमाही में GDP विकास दर 7.8 प्रतिशत थी।
इसका कारण देश के प्रमुख सेक्टर कृषि और खनन में बड़ी गिरावट को माना जा रहा है।
कृषि सेक्टर में अप्रैल से जून 2024-25 के बीच इसकी विकास दर घटकर सिर्फ 2 प्रतिशत रही है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में यह 4.2 प्रतिशत थी।