
कौन हैं HDFC बैंक के अधिकारी शशिधर जगदीशन, जिन पर लगा धोखाधड़ी का आरोप?
क्या है खबर?
HDFC बैंक के CEO शशिधर जगदीशन के खिलाफ बीते दिन (8 जून) मुंबई में FIR दर्ज हुई है।
यह शिकायत लीलावती अस्पताल से जुड़े मेहता परिवार ने दर्ज कराई, जिसमें कई वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगाए गए हैं।
बैंक ने इस FIR को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि एक डिफॉल्टर से बकाया वसूलने की कानूनी प्रक्रिया को रोकने की कोशिश की जा रही है। बैंक ने मामले में सभी कानूनी उपाय अपनाने की बात कही है।
परिचय
कौन हैं शशिधर जगदीशन?
शशिधर HDFC बैंक में 1996 से जुड़े हुए हैं और 2020 में बैंक के CEO बने थे।
वह भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले CEO आदित्य पुरी के बाद यह पद संभालने वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने भौतिकी में स्नातक और अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री ली है। वह चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं।
RBI ने 2023 में उनका कार्यकाल 3 साल के लिए बढ़ाया है और वह 2026 तक बैंक के प्रमुख बने रहेंगे।
करियर
बैंक में उनका अनुभव और योगदान
बैंक में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान जगदीशन ने वित्त, मानव संसाधन, कानूनी और प्रशासनिक कामों की देखरेख की है।
2008 में उन्हें HDFC बैंक का मुख्य वित्तीय अधिकारी बनाया गया था। वह कई विभागों के प्रमुख रहे और 2019 में उन्हें रणनीतिक एजेंट की भूमिका दी गई थी।
उनकी कार्यशैली को बैंक में स्थिरता और विस्तार से जोड़कर देखा जाता है। उनका अनुभव बैंकिंग क्षेत्र में काफी समृद्ध और निर्णायक माना जाता है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
FIR में लीलावती ट्रस्ट ने शशिधर समेत 8 लोगों पर ट्रस्ट के धन के दुरुपयोग और वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं।
इसमें कुछ पूर्व बैंककर्मियों के नाम भी शामिल हैं। ट्रस्ट ने RBI, SEBI और वित्त मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की है।
HDFC बैंक ने अपने बयान में कहा कि वह सार्वजनिक धन की वसूली और बैंक की छवि की रक्षा के लिए हर कानूनी रास्ता अपनाएगा और इस प्रकार की जवाबी कार्रवाई से डरने वाला नहीं है।