सबसे ज्यादा बार बजट किसने पेश किया? जानिए ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें
क्या है खबर?
अगले महीने की पहली तारीख को आम बजट पेश होने जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह बजट करेंगी।
इस मौके पर हम आपको बजट से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में अभी तक कम लोगों को पता है।
आज हम आपको बजट शब्द की शुरुआत से लेकर भारत में सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री के बारे में बताने जा रहे हैं।
शब्द की उत्पत्ति
कहां से हुई बजट शब्द की शुरुआत?
बजट शब्द की शुरुआत लैटिन शब्द बुल्गा से हुई। यह थोड़े परिवर्तन के साथ फ्रेंच में 'बूजे' बना और इससे बजट शब्द की उत्पत्ति हुई। इसका मतलब छोटा थैला होता है।
इंग्लैंड के पूर्व वित्त मंत्री सर रॉबर्ट वालपोल साल 1733 में बजट प्रस्ताव के कागजात एक थैले में रखकर सदन में लाए थे।
वहां उनसे पूछा गया कि थैले में क्या है तो उन्होंने कहा इसमें लोगों के लिए बजट है। इसके बाद बजट शब्द प्रचलन में आया।
हलवा सेरेमनी
हलवा सेरेमनी से होती है बजट छपाई की शुरुआत
एक कहावत है कि शुभ काम की शुरुआत मीठे से करनी चाहिए। इस कहावत का पालन वित्त मंत्रालय में भी किया जाता है।
हर साल बजट को अंतिम रूप से देने से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी की जाती है। इस दौरान बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाकर सबको खिलाया जाता है।
खुद वित्त मंत्री इस दौरान वित्त मंत्रालय में होते हैं। इसके साथ ही बजट के दस्तावेेजों की छपाई शुरू हो जाती है।
बजट की छपाई
वित्त मंत्रालय में 'नजरबंद' हो जाते हैं कर्मचारी
बजट की छपाई के दौरान बहुत सावधानी बरती जाती है। बजट से जुड़ी जानकारियां बहुत अहम होती है और बजट पेश होने से पहले इनके लीक होने पर सरकार पर सवाल खड़े होते हैं।
इसलिए इस पूरी प्रक्रिया को बेहद गोपनीय रखा जाता है। जो अधिकारी बजट तैयार करने में शामिल होते हैं, उन्हें हलवा सेरेमनी के बाद घर जाने की इजाजत नहीं होती।
वो अपने ऑफिस में ही रहते हैं और केवल चुनिंदा अधिकारियों से ही मिल सकते हैं।
रिकॉर्ड
सबसे ज्यादा बार बजट किसने पेश किया है?
सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री रहते हुए 10 बार बजट पेश किया था। उनके बाद सबसे ज्यादा बजट पी चिदंबरम (नौ बार) और प्रणब मुखर्जी (आठ बार) ने पेश किया है।
वहीं एक वित्त मंत्री ऐसे भी हुए हैं, जिन्होंने एक भी बार बजट पेश नहीं किया। 35 दिनों के लिए वित्त मंत्री रहे केसी नियोजी एक भी बजट पेश नहीं कर पाए।
रिकॉर्ड
जसवंत सिंह ने दिया है सबसे लंबा बजट भाषण
साल 2003 में उस समय के वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने दो घंटे से ज्यादा का बजट भाषण दिया था। उनका यह भाषण दो घंटे और 13 मिनट तक चला।
यह आज तक का सबसे लंबा बजट भाषण है। दूसरा सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड अरुण जेटली के नाम है। मोदी सरकार बनने के बाद पहला बजट पेश करते हुए अरुण जेटली ने 2 घंटे 10 मिनट तक भाषण दिया था।