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बार-बार नौकरी बदलने पर EPF को लेकर क्या हो सकती है समस्या? 
बार-बार नौकरी बदलने पर EPF को लेकर समस्या हो सकती है

बार-बार नौकरी बदलने पर EPF को लेकर क्या हो सकती है समस्या? 

Dec 31, 2025
10:12 am

क्या है खबर?

कई लोग बार-बार बेहतर वेतन की तलाश में या अन्य वजहों नौकरी बदलते हैं, लेकिन इस दौरान EPF को लेकर असमंजस में आ जाते हैं। आम धारणा होती है कि नौकरी बदलते ही पुराना PF खत्म हो जाएगा, जबकि ऐसा नहीं है। ज्यादातर मामलों में EPF बैलेंस आपके UAN से जुड़ा रहता है। असली परेशानी नियमों से नहीं, बल्कि ट्रांसफर प्रक्रिया, पोर्टल स्टेटस और दस्तावेजों की गड़बड़ियों से पैदा होती है, जिससे देरी और तनाव बढ़ता है।

 ट्रांसफर प्रक्रिया 

UAN और ट्रांसफर प्रक्रिया कैसे काम करती है?  

UAN जीवनभर के लिए होता है और नई नौकरी में उसी UAN के तहत नई मेंबर ID बनती है। समस्या तब आती है जब नया एम्प्लॉयर गलती से नया UAN बना देता है या पुराना UAN शेयर नहीं किया जाता। ऐसे में सर्विस हिस्ट्री टूट सकती है। EPFO के नियमों के अनुसार नौकरी बदलने पर PF निकालने के बजाय फॉर्म-13 के जरिए ट्रांसफर करना सही तरीका है, ताकि पूरा रिकॉर्ड एक जगह बना रहे और भविष्य में दिक्कत न आए।

KYC

KYC और एग्जिट डेट से क्यों अटकता है EPF?

नौकरी बदलने के बाद EPF ट्रांसफर में सबसे बड़ी दिक्कत अधूरी KYC की होती है। अगर आधार, PAN या बैंक अकाउंट की जानकारी सही तरह से जुड़ी और मंज़ूर नहीं है, तो ट्रांसफर रुक जाता है। इसके अलावा, पुराने दफ्तर की ओर से नौकरी छोड़ने की तारीख अपडेट न करना भी बड़ी समस्या बनती है। इस तारीख के बिना ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं हो पाता। नाम या जन्मतिथि में छोटी गलती भी जांच में अड़चन पैदा कर देती है।

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 सावधानी 

नौकरी बदलते समय क्या सावधानी रखें?

हर बार नौकरी बदलने के बाद यह ध्यान रखें कि आपका UAN चालू रहे और सभी कंपनियों में एक ही UAN इस्तेमाल हो। आधार, पैन और बैंक अकाउंट की जानकारी समय पर अपडेट और सत्यापित होनी चाहिए। पुरानी कंपनी से नौकरी छोड़ने की तारीख सिस्टम में दर्ज करवाना न भूलें। PF की रकम अलग-अलग खातों में छोड़ने के बजाय ऑनलाइन ट्रांसफर करें। अगर गलती से दो UAN बन जाएं, तो तुरंत उन्हें एक में जोड़वा लें, ताकि फायदे सुरक्षित रहें।

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