UPI QR कोड की संख्या 18 महीने में हुई दोगुनी, जानिए पहली छमाही के आंकड़े
क्या है खबर?
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में QR कोड अपनाने में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इस साल जून के अंत तक इस प्लेटफॉर्म पर UPI QR कोड की संख्या 67.8 करोड़ को पार कर गई, जो 18 महीनों में दोगुने से भी ज्यादा है। इस वृद्धि ने यूजर्स को इस साल की पहली छमाही (जनवरी-जून) में इसके माध्यम से 143.3 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन करने में सक्षम बनाया है, जो सालाना आधार पर 23 फीसदी की उल्लेखनीय बढ़त को दर्शाता है।
आंकड़े
छमाही में ऐसे रहे हैं आंकड़े
पहली छमाही के दौरान लेन-देन की संख्या में भी सालाना 35 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 10,636 करोड़ तक पहुंच गई। वर्ल्डलाइन की इंडिया डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट के अनुसार, औसत टिकट आकार (प्रति लेन-देन खर्च औसत राशि) 2024 की पहली छमाही में 1,478 रुपये से घटकर 2025 की पहली छमाही में 1,348 रुपये हो गया है। ऐसा किराना दुकानों, डिलीवरी प्लेटफॉर्म, मोबिलिटी सर्विसेज और यूजर्स पर छोटे खर्चों में वृद्धि के कारण हुआ है।
वजह
इस कारण हुआ इजाफा
यह रिपोर्ट पिछले 18 महीनों में भारत में भुगतान स्वीकृति की स्थिति में आए बदलाव को दर्शाती है। इस दौरान पॉइंट-ऑफ-सेल (PoS) टर्मिनल्स में 29 फीसदी, भारत QR में 12 और UPI QR में दोगुने से भी ज्यादा की वृद्धि हुई। इसमें यह भी बताया है कि जो शुरुआत में बिखरे हुए QR कोड हुआ करता था, वो अब दुनिया का सबसे बड़ा व्यापारी नेटवर्क बन गया है, जिसका श्रेय छोटे व्यापारियों और सरकार समर्थित कार्यक्रमों को जाता है।