तकनीकी खामी के कारण नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार रुका
तकनीकी गड़बड़ी के कारण नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कारोबार को रोक दिया गया है। स्पॉट निफ्टी और बैंक निफ्टी के इंडेक्स की लाइव कीमतें टिकर पर अपडेट होना बंद होने के बाद यह कदम उठाया गया है। NSE ने बयान जारी करते हुए अपने टेलीकॉर्म सर्विस प्रोवाइडर के लिंक्स में कनेक्टिविटी संबंधी समस्या को इस व्यवधान का कारण बताया है और कनेक्टिविटी वापस आते ही कारोबार को फिर से बहाल करने की बात कही है।
11:40 बजे बंद किया गया सारा कारोबार- NSE
NSE ने अपने बयान में कहा, "पर्याप्त कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए NSE के पास दो सर्विस प्रोवाइडरों के कई टेलीकॉम लिंक हैं। हमें दोनों सर्विस प्रोवाइडरों की ओर से सूचना मिली है कि उनके लिंक्स में दिक्कतें हैं जिनकी वजह से NSE के सिस्टम पर असर पड़ा है। हम सिस्टम को जल्द ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं... सभी सेंगमेंट को 11:40 बजे बंद कर दिया गया था और उन्हें समस्या सुलझते ही बहाल किया जाएगा।"
इतने पॉइंट पर अटके हुए हैं निफ्टी 50 और निफ्टी बैंक इंडेक्स
जिस समय लाइव टिकर ने काम करना बंद दिया, उस समय निफ्टी 50 का इंडेक्स कल से 113 पॉइंट ऊपर जाकर 14,820 पॉइंट पर था और तभी से इतने ही पॉइंट पर अटका हुआ है। वहीं निफ्टी बैंक का इंडेक्स सुबह 10:15 से 35,626.60 पॉइंट पर अटका हुआ है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, जिन 11 सेक्टरों के आंकड़े NSE इकट्ठे करता है, तकनीकी खामी के कारण उनकी लाइव कीमतें भी अपडेट नहीं हो रही हैं।
पिछले साल भी NSE को करना पड़ा था इसी समस्या का सामना
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब NSE को इस तरह की तकनीकी खामी का समस्या करना पड़ा है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, NSE को पिछले साल भी कई बार इसी समस्या का सामना करना पड़ा था जिसके बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने उसे दंडित भी किया था। SEBI एक ऐसी नीति भी तैयार कर रहा है जिसके तहत तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई एक्सचेंज को करनी होगी।
क्या है NSE?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के साथ NSE भारत के दो सबसे बड़े शेयर बाजारों में से एक है। NSE में निफ्टी 50, निफ्टी बैंक, निफ्टी IT और निफ्टी नेक्स्ट 50 समेत कई इंडेक्स हैं जहां अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों के शेयरों की खरीद-फरोख्त होती है। इनमें निफ्टी 50 सबसे अहम है जो NSE पर सूचीबद्ध 50 सबसे बड़ी कंपनियों के औसतन कारोबार को दर्शाता है। दुनियाभर के निवेशक इसी इंडेक्स के जरिए भारतीय बाजार की स्थिति का अंदाजा लगाते हैं।