
टोयोटा भारत में खोलेगी अपना पहला रिसर्च सेंटर, बेंगलुरु में होगी स्थापना
क्या है खबर?
टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन भारत में अपना पहला रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) सेंटर खोल रही है।
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, यह सेंटर बेंगलुरु के पास बिदादी में बनेगा और शुरुआत में 200 लोगों की टीम के साथ काम करेगा। 2027 तक इसमें 1,000 इंजीनियर काम कर सकते हैं।
यह सेंटर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की मौजूदा फैक्ट्री के पास होगा। भारत के ऑटो बाजार की बढ़ती अहमियत और नई टेक्नोलॉजी पर ध्यान देने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है।
विस्तार
भारत में टोयोटा का विस्तार
टोयोटा ने भारत को एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के ऑपरेशन्स का बड़ा केंद्र बनाने का फैसला किया है।
कंपनी अब तक भारतीय बाजार में पेट्रोल और हाइब्रिड कारों पर फोकस कर रही थी और इसमें सुजुकी मोटर कॉर्प के साथ पार्टनरशिप की थी।
टोयोटा, सुजुकी के रोहतक स्थित रिसर्च सेंटर का अध्ययन कर रही, जहां 3,000 से ज्यादा इंजीनियर काम कर रहे हैं। यह सेंटर टोयोटा का चीन और थाईलैंड के बाद एशिया में तीसरा बड़ा R&D हब होगा।
तैयारी
टोयोटा की इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर तैयारी
टोयोटा ने 2010 में भारत में R&D सेंटर बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे तब लागू नहीं किया जा सका।
अब कंपनी अपनी रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज्यादा ध्यान दे रही है। टोयोटा की पहली इलेक्ट्रिक कार, अर्बन क्रूजर EV, 2025 से गुजरात में बनने लगेगी।
यह कार सुजुकी के ई-विटारा का री-बैज वर्जन होगी। यह भारत में टोयोटा और सुजुकी की पहली बड़ी इलेक्ट्रिक गाड़ी होगी, जिससे दोनों कंपनियां भारतीय और ग्लोबल बाजार में अपनी जगह बना सकेंगी।