AI के कारण टेक सेक्टर में छंटनी जारी, 2025 में इतने कर्मचारियों की गई नौकरी
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल का असर टेक सेक्टर की नौकरियों पर साफ दिखने लगा है। छंटनी पर नजर रखने वाली वेबसाइट लेऑप्स के अनुसार, 2025 में अब तक 257 टेक कंपनियों ने 1.22 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इनमें अमेरिका में ही करीब 54,000 नौकरियों में कटौती हुई है, जिनकी वजह सीधे AI और ऑटोमेशन को माना जा रहा है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि टेक इंडस्ट्री बदलाव के दौर से गुजर रही है।
काम
AI से काम तेज
AI और मशीन लर्निंग टूल्स ने कंपनियों के काम करने का तरीका बदल दिया है। अब कोडिंग, डाटा एनालिसिस, कस्टमर सपोर्ट और इंटरनल ऑपरेशन जैसे कई काम AI से हो रहे हैं। इससे कंपनियों का खर्च घट रहा है और काम तेजी से पूरा हो रहा है। हालांकि, इसका दूसरा पहलू यह है कि जिन कामों को पहले इंसान करते थे, अब वहां कर्मचारियों की जरूरत कम होती जा रही है।
बदलाव
माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन में AI आधारित बदलाव
माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने AI को अपने काम का केंद्र बना लिया है। माइक्रोसॉफ्ट ने 2025 में करीब 15,000 कर्मचारियों को निकाला और AI स्किल्स को प्रदर्शन का हिस्सा बना दिया। वहीं अमेजन ने 14,000 से ज्यादा नौकरियों में कटौती की, जिसमें बड़ी संख्या इंजीनयरों की थी। कंपनियों का मानना है कि AI से भविष्य की टीम छोटी लेकिन ज्यादा कुशल होगी, जिससे लागत घटेगी और काम की रफ्तार बढ़ेगी।
असर
सेल्सफोर्स और अन्य कंपनियों में ऑटोमेशन का असर
सेल्सफोर्स ने भी AI के जरिए कस्टमर सपोर्ट सिस्टम को ऑटोमेट कर दिया है। कंपनी ने साफ किया है कि AI अब उसके आधे से ज्यादा काम संभाल रहा है, जिससे हजारों नौकरियां खत्म हो रही हैं। इसी तरह ओरेकल, ड्रॉपबॉक्स, CNN और वर्कडे जैसी कंपनियों ने भी AI से जुड़ी छंटनी की है। यह दिखाता है कि AI आधारित कटौती सिर्फ एक कंपनी या देश तक सीमित नहीं है।
भविष्य
भविष्य की तैयारी जरूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 टेक वर्कफोर्स के लिए एक टर्निंग पॉइंट है। जहां एक तरफ AI नई नौकरियां बना रहा है, वहीं पारंपरिक रोल तेजी से खत्म हो रहे हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार, 41 प्रतिशत कंपनियां आने वाले वर्षों में AI के कारण कर्मचारियों की संख्या घटा सकती हैं। ऐसे में कर्मचारियों के लिए नई स्किल्स सीखना और खुद को अपडेट रखना अब सबसे जरूरी हो गया है।