टेक्नोलॉजी क्षेत्र के लिए बुरा साल है 2023, भारी छंटनी में गई हजारों नौकरियां
क्या है खबर?
टेक्नोलॉजी सेक्टर से जुड़ी नौकरियों में वर्ष 2023 में काफी ज्यादा छंटनी देखने को मिली है। एक रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न कंपनियों ने अब तक 2,26,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
छंटनी के मामले में 2022 के मुकाबले 2023 ज्यादा बुरा साबित हुआ।
अल्टनडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, बीते 2022 में 2,02,000 छंटनी की गई थी।
इस आंकड़े के मुताबिक, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग 40 प्रतिशत अधिक लोगों को नौकरी से निकाला गया है।
कारण
इन कारणों को माना गया छंटनी की वजह
वर्ष 2023 में टेक सेक्टर से जुड़े कई वर्कप्लेस और ऑफिस भी बंद हो गए।
इस साल को टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए सबसे निराशाजनक वर्ष कहा जा रहा है।
नौकरी में तेजी से हो रही कटौती के पीछे अनिश्चित वैश्विक आर्थिक परिदृश्य, मुद्रास्फीति (इंफ्लेशन), सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कतों और राजस्व वृद्धि में मंदी आदि को कारण माना गया है।
इन कारणों ने कंपनियों को लागत में कटौती के लिए मजबूर किया और नतीजन बड़े पैमाने पर छंटनी हुई।
छंटनी
जनवरी 2023 में निकाले गए 75,912 लोग
वर्ष 2022 के जनवरी से दिसंबर तक के बीच में टेक जगत में छंटनी में नाटकीय ढंग से वृद्धि देखी गई। इस दौरान 1,64,744 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया।
यह संख्या वर्ष 2021 में रिपोर्ट की गई 15,000 छंटनी से लगभग 11 गुना अधिक थी।
चिंताजनक बात यह रही कि 2023 में अकेले जनवरी में तक जगत से 75,912 लोग बेरोजगार हो गए। यह संख्या वर्ष 2022 में हुई कुल छंटनी का लगभग आधा थी।
रिपोर्ट
नौकरी कटौती में कमी के बाद भी जारी रहा छंटनी का दौर
फरवरी 2023 में नौकरी में कटौती की संख्या में कुछ कमी जरूर आई, लेकिन लगभग 40,000 से अधिक लोगों की छंटनी के साथ लोगों को नौकरी से निकालने का दौर जारी रहा।
इसके अगले 3 महीनों में टेक्नोलॉजी क्षेत्र में लगभग 73,000 लोगों को नौकरियों से निकाला गया।
अब नई रिपोर्ट के अनुसार छंटनी की कुल संख्या 2,26,117 हो गई है।
कंपनियां
छंटनी करने आगे रहीं ये दिग्गज कंपनियां
छंटनी करने में गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन सहित कई अन्य बड़ी टेक कंपनियां सबसे आगे रहीं।
बीते 3 वर्षों के छंटनी के आंकड़े और गंभीर तस्वीर पेश करते हैं।
वर्ष 2021 की शुरुआत के बाद से टेक कंपनियों ने अब तक 4,05,000 से अधिक लोगों को नौकरियों से निकाल दिया है।
वर्ष 2023 में अब तक हुई छंटनी को छंटनी की सुनामी की तरह देखा जा रहा है।