
टाटा संस बनाएगा 500 करोड़ का ट्रस्ट, अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ित परिवारों को मिलेगी मदद
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए टाटा संस एक ट्रस्ट बनाने की तैयारी में है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इसके लिए 500 करोड़ रुपये का बजट तय करना चाहती है और बोर्ड की मंजूरी मांगी गई है। इस योजना की जानकारी टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने पहली बोर्ड बैठक में दी, जिसमें राहत कार्यों पर चर्चा की गई।
योजना
भारतीय और विदेशी पीड़ितों के लिए अलग मदद योजना
रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा समूह पहले 2 अलग ट्रस्ट बनाने पर विचार कर रहा था, जिसमें एक भारतीय और दूसरा विदेशी पीड़ितों के लिए था। अब एक ही ट्रस्ट बनाकर सभी पीड़ितों को मदद देने की योजना है, जिससे राहत कार्य तेजी से हो सके। इसमें मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की मरम्मत का भी प्रावधान होगा जो हादसे में क्षतिग्रस्त हुए हैं। यह फंड लंबे समय तक परिवारों की जरूरतें पूरी करने में भी उपयोग होगा।
खर्च
मुआवजा और इलाज का पूरा खर्च उठाएगा टाटा ग्रुप
टाटा समूह ने पहले ही इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। इसके अलावा, घायलों का पूरा इलाज टाटा समूह की ओर से कराया जाएगा और हर संभव मदद दी जाएगी। टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने यह भी कहा कि समूह सभी जरूरी सहयोग देगा और कोई कसर नहीं छोड़ेगा। वह खुद दुर्घटना स्थल का दौरा भी कर चुके हैं और हालात की समीक्षा की है।
समय
कब तक मिल सकता है मुआवजा?
कानून के अनुसार, एयर इंडिया को बिना किसी सीमा के मुआवजा देना होगा जब तक कि वह खुद को निर्दोष साबित न करे। अगर एयरलाइन दोषी नहीं पाई जाती, तो विमान निर्माता कंपनी बोइंग जिम्मेदार होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि परिवारों को शुरुआती 17,200 पाउंड (लगभग 20 लाख रुपये) की राशि तो लेनी चाहिए, लेकिन अंतिम समझौता जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए। पीड़ित परिवार को यह पूरा मुआवजा मिलने में 2 साल तक लग सकते हैं।