
स्कोडा भारत में स्थापित करेगी इलेक्ट्रिक कार निर्माण प्लांट, जानिए कहां होगा
क्या है खबर?
स्कोडा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करने की योजना बना रही है। स्थानीय साझेदार की तलाश विफल होने पर वह स्वयं देश में निवेश करेगी।
चेक गणराज्य की कार निर्माता के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने इस बात की पुष्टि की है।
कंपनी को इस निर्णय से सरकार की नई EV नीति का भी फायदा मिलेगा। चीन में उपस्थिति घटने से अब स्कोडा का पूरा ध्यान दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजार भारत पर है।
बयान
कंपनी अधिकारी ने क्या कहा?
स्कोडा के CEO क्लॉस जेलमर ने कहा, "हमारी इच्छा और रणनीति अभी भी यही है कि हम एक संयुक्त उद्यम बनाएं, ताकि भारत में हम और भी मजबूत बन सकें, लेकिन अगर कोई सही साझेदार नहीं मिलता है तो हम अकेले ही रहेंगे और तब भी आकर्षक और सफल बने रहेंगे।"
जेलमर ने कहा, "हम बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बहुत ही अभिनव, लागत कुशल समाधान पेश कर सकते हैं और यह भारत के लिए भी हमारी रणनीति है।"
निवेश
कंपनी कहां लगाएगी प्लांट?
स्कोडा ने भारत की महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ कुछ इलेक्ट्रिक वाहन कंपोनेंट्स की आपूर्ति के लिए समझौता किया है।
संभावित सहयोगियों के संदर्भ में जेलमर ने महिंद्रा या किसी अन्य कंपनी का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि स्थानीय भागीदारों के साथ बातचीत चल रही है।
कंपनी ने महाराष्ट्र में सरकार के साथ EV प्लांट लगाने के लिए लगभग 170 करोड़ डॉलर (करीब 14,783 करोड़ रुपये) का निवेश करने के लिए एक प्रारंभिक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
टैक्स चोरी
कंपनी पर चल रहा है टैक्स चोरी का मुकदमा
इसके उलट स्कोडा की मूल कंपनी फॉक्सवैगन समूह पर भारत में 140 करोड़ डॉलर (12,174 करोड़ रुपये) के कर मांग मामले में मुकदमा लड़ रही है।
समूह की स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया पर उच्च करों से बचने के लिए ऑडी, फॉक्सवैगन और स्कोडा की कुछ कारों के आयात को गलत तरीके से वर्गीकृत करने का आरोप है।
अगर कंपनी मुकदमा हार जाती है तो उसे जुर्माने और ब्याज सहित 280 करोड़ डॉलर (24,348 करोड़ रुपये) का भुगतान करना होगा।