RBI ने लगातर चौथी बार नहीं किया रेपो रेट में बदलाव, 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार चौथी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह 6.50 प्रतिशत पर बनी रहेगी। RBI की 4 अक्टूबर को शुरू हुई मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक शुक्रवार को समाप्त हुई। इसके बाद RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी। रेपो रेट में बदलाव न होने से ब्याज दरों में भी परिवर्तन की संभावना नहीं है। बैठक में महंगाई, विकास दर और दूसरे आर्थिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
मार्च, 2023 के बाद नहीं हुई रेपो रेट में कोई वृद्धि
RBI पिछली 4 समीक्षा बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव न करने का निर्णय ले चुका है। इससे पहले बैंक ने महंगाई पर नियंत्रण के लिए मई, 2022 से मार्च, 2023 तक रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। मई, 2022 से पहले तक रेपो रेट 4 प्रतिशत थी, जो मार्च, 2025 में 6.5 प्रतिशत पर पहुंच गई। रेपो रेट न बढ़ने से होम लोन समेत अन्य तरह के कर्ज पर ब्याज दर स्थिर रहेगी।
खुदरा महंगाई दर को लेकर क्या बोले गर्वनर?
गर्वनर दास ने कहा कि सितंबर से कम होने की संभावना है और उम्मीद है वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए खुदरा महंगाई दर 5.4 प्रतिशत रहेगी। उन्होंने कहा कि महंगाई दर अगले साल 6.8 प्रतिशत के मौजूदा स्तर से घटकर 5.2 प्रतिशत हो जाएगी। दास ने चेतावनी दी कि दालों-तिलहन जैसी कुछ प्रमुख फसलों के लिए खरीफ की बुआई में गिरावट, जलाशय के निचले स्तर और ऊर्जा की कीमतों में अस्थिरता से समग्र महंगाई दृष्टिकोण अनिश्चित है।