
डिजिटल रुपये का विस्तार करेगा RBI, जुड़ेंगे और भी नए फायदे
क्या है खबर?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट में बताया कि वह डिजिटल रुपये के खुदरा और थोक दोनों पायलट प्रोग्राम का दायरा बढ़ाने की योजना बना रहा है।
अब इन प्रोजेक्टों के जरिए डिजिटल करेंसी के नए इस्तेमाल और सुविधाएं लाई जाएंगी। यह कदम देश के वित्तीय सिस्टम को और आधुनिक बनाने की दिशा में है।
RBI का यह प्रयास डिजिटल भुगतान को और आसान और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
पारदर्शिता
सीमा पार भुगतान और पारदर्शिता पर जोर
RBI डिजिटल रुपये का इस्तेमाल अब भारत के बाहर भी करने की तैयारी में है। इसके लिए वह दूसरे देशों के साथ मिलकर सीमा पार भुगतान की संभावनाओं पर काम कर रहा है।
इसके अलावा, अकाउंट एग्रीगेटर सिस्टम को भी बेहतर बनाया जा रहा है, ताकि ग्राहकों का डाटा सुरक्षित तरीके से साझा हो सके और बैंकिंग सेवा पारदर्शी बने।
RBI का कहना है कि इन बदलावों से ग्राहकों का अनुभव बेहतर होगा और व्यवस्था में भरोसा बढ़ेगा।
उपलब्धता
ई-रुपये के ऐप्स अब आम लोगों के लिए उपलब्ध
RBI ने नवंबर, 2022 में ई-रुपये के थोक पायलट और दिसंबर, 2022 में खुदरा पायलट की शुरुआत की थी।
अब मोबिक्विक और क्रेड जैसे ऐप्स पर डिजिटल रुपया इस्तेमाल किया जा सकता है। मोबिक्विक का वॉलेट सभी एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है, जिसमें लोग UPI QR कोड स्कैन करके भुगतान कर सकते हैं।
क्रेड ने भी यह बैंक के सहयोग से अपना ई-रुपये वॉलेट बीटा प्रोग्राम शुरू किया है, जिससे लेनदेन अब और आसान हो गया है।