RBI 30 साल में पहली बार कर रहा है सोने की बिक्री, जानें किसको होगा फ़ायदा
क्या है खबर?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को बैंकों का बैंक कहा जाता है। RBI का काम बैंकों की निगरानी करना है। लेकिन 30 साल में पहली बार RBI अपने रिज़र्व से सोना बेचने की सोच रहा है।
जी हाँ, इससे लग रहा है कि RBI ने जालान कमेटी की सिफ़ारिशें स्वीकार कर ली हैं।
जालान कमेटी ने कहा था कि RBI को सोने की ट्रेडिंग करनी चाहिए।
आइए जानें RBI के सोने की बिक्री करने से क्या फ़ायदे होंगे।
जानकारी
अगस्त से सोने की ट्रेडिंग में सक्रिय है RBI
जालान कमेटी की सिफ़ारिश के बाद इस साल अगस्त से RBI सोने की ट्रेडिंग में सक्रिय हो गया है। इस कमेटी की सिफ़ारिशों के अनुसार, RBI सोने की ट्रेडिंग में तय सीमा से अधिक कमाई होने पर उसे मोदी सारकर से बाँट सकता है।
बिक्री
लगभग 8,154 करोड़ रुपये का सोना बेच चुका है RBI
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि RBI ने इस साल अब तक कुल 1.15 अरब डॉलर (लगभग 8,154 करोड़ रुपये) का सोना बेचा है।
RBI के साप्ताहिक आँकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि इसने अपने कारोबारी साल की शुरुआत वाले महीने यानी जुलाई, 2019 से 5.1 अरब डॉलर (लगभग 36,165 करोड़ रुपये) का सोना ख़रीदा है और लगभग 1.15 अरब डॉलर (लगभग 8,154 करोड़ रुपये) का सोना बेचा है।
फ़ायदा
RBI के सोने की ट्रेडिंग से होगा सरकार को फ़ायदा
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट में दिए गए आँकड़ों के अनुसार, RBI के पास अगस्त के अंत तक 1.987 करोड़ औंस सोना था।
11 अक्टूबर को फ़ॉरेक्स रिज़र्व में 26.7 अरब डॉलर (लगभग 1,89,335 करोड़ रुपये) के बराबर सोना था।
जब से RBI ने जालान कमेटी की सिफ़ारिशों को स्वीकार किया है, तब से यह सोने की ट्रेडिंग सक्रिय तरीक़े से करने लगा है। इससे सरकार को भी काफ़ी फ़ायदा होगा।
गठन
पिछले साल हुआ था जालान कमेटी का गठन
कमेटी की सिफ़ारिश में कहा गया है कि RBI को सोने में होने वाला वैल्यूएशन गेन नहीं, बल्कि उसकी ट्रेडिंग से हासिल होने वाला प्रॉफ़िट सरकार के साथ शेयर करना चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जालान कमेटी का गठन पिछले साल सरकार के राजस्व में कमी को पूरा करने के लिए RBI की अतिरिक्त आमदनी शेयर करने की बात पर मचे बवाल के बाद किया गया था।
कीमत
महीने के अंतिम दिन लगाया जाता है सोने की कीमत का अंदाज़ा
अगर RBI की 2018-19 की रिपोर्ट के हिसाब से देखें तो सोने की कीमत का अंदाज़ा हर महीने के अंतिम कारोबारी दिन लगाया जाता है।
यह महीने के लिए लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन की तरफ़ से तय कीमत के 90% के हिसाब से होता है।
इस हिसाब से फ़ॉरेक्स रिज़र्व में सोने की वैल्यू सिर्फ़ महीने के अंतिम सप्ताह में बदलती है। फ़ॉरेक्स रिज़र्व में सोने के स्टॉक का आँकलन महीने में एक बार किया जाता है।