गवर्नर शक्तिकांत दास का डीपफेक वीडियो वायरल, RBI ने जारी की चेतावनी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मंगलवार (19 नवंबर) को सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे 'डीपफेक वीडियो' के बारे में चेतावनी दी है। वीडियो में गवर्नर शक्तिकांत दास को वित्तीय सलाह देते और कुछ निवेश योजनाओं का समर्थन करते हुए दिखाया गया है। RBI ने साफ किया कि ये वीडियो तकनीकी रूप से बदलकर बनाए गए हैं। इन वीडियो से लोगों का विश्वास गलत तरीके से प्रभावित हो सकता है, इसलिए RBI ने इसे लेकर सतर्क रहने की सलाह दी।
RBI ने लोगों को किया सतर्क
RBI ने बताया कि सोशल मीडिया पर गवर्नर के फर्जी वीडियो चल रहे हैं, जिनमें यह कहा जा रहा है कि RBI कुछ निवेश योजनाओं का समर्थन कर रहा है। RBI ने साफ किया कि उसके अधिकारी ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होते और बैंक वित्तीय सलाह नहीं देता। केंद्रीय बैंक ने लोगों से अपील की है कि वे इन धोखाधड़ी वीडियो से बचें और डीपफेक जैसी तकनीक का दुरुपयोग करने वाली योजनाओं से सतर्क रहें।
डीपफेक क्या है?
डीपफेक एक प्रकार का सिंथेटिक मीडिया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए वीडियो, ऑडियो या छवियों में हेरफेर किया जाता है। इसका नाम 'डीप लर्निंग' और 'फेक' शब्दों से आया है। इस तकनीक का उपयोग वीडियो या तस्वीरों को ऐसे तरीके से बदलने के लिए किया जाता है कि वह असली जैसी लगने लगे, लेकिन वह पूरी तरह से झूठी होती है।
डीपफेक की पहचान कैसे करें और इससे कैसे बचें?
डीपफेक की पहचान करने के लिए वीडियो या फोटो के चेहरे की हरकतें, आवाज और बैकग्राउंड पर ध्यान दें। असमानता, अजीब मूवमेंट्स या गलत लाइटिंग संकेत दे सकते हैं कि वह वीडियो फर्जी है। इससे बचने के लिए, केवल भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और सोशल मीडिया पर अनजान वीडियो से सतर्क रहें। इसके अलावा, वीडियो को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करने के लिए रिवर्स इमेज सर्च या विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करें।