PUBG बैन: बॉक्स ऑफिस से भी ज्यादा है ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री का रेवेन्यू
क्या है खबर?
भारत सरकार ने बुधवार को लोकप्रिय गेमिंग ऐप PUBG पर बैन लगा दिया था।
इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बच्चे-बच्चे की जुबान पर इसका नाम है।
इसके चर्चा में आने के बाद कई लोगों का ध्यान ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की तरफ गया है, जो हर साल तेजी से आगे बढ़ती जा रही है।
धीरे-धीरे अब यह अरबों रुपये वाली इंडस्ट्री बन गई है।
आइये, इससे जुड़े कुछ आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
कमाई
मनोरंजन के पारंपरिक साधनों से ज्यादा है गेमिंग इंडस्ट्री का रेवेन्यू
ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के बढ़ने की रफ्तार मनोरंजन के पारंपरिक साधनों को पीछे छोड़ चुकी है।
साल 2019 में पूरी दुनिया में बॉक्स ऑफिस का रेेवेन्यू 43 बिलियन डॉलर और रिकॉर्डेड म्यूजिक का रेवेन्यू 19 बिलियन डॉलर रहा था।
इसकी तुलना में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ने 152.1 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया, जो पहले दो से कई गुना ज्यादा है।
अगले दो सालों यानी 2022 तक इसके बढ़कर 196 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है।
गेमिंग पर खर्च
ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च के मामले में अमेरिका-चीन सबसे आगे
ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च करने के मामले अमेरिका और चीन के यूजर्स के सबसे आगे हैं।
2019 में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को मिले कुल रेवेन्यू का 48 फीसदी हिस्सा इन दोनों देशों से आया था।
अमेरिकी यूजर्स ने ऑनलाइन गेमिंग पर पिछले साल जहां 36.9 बिलियन डॉलर खर्च किए, वहीं चीन में यह रकम 36.5 बिलियन डॉलर रही।
न्यूज18 के अनुसार, चीन को छोड़कर एशिया प्रशांत के बाकी देशों ने ऑनलाइन गेमिंग पर 35.7 बिलियन डॉलर खर्च किए।
अनुमान
भारत में 41 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री
चीन और अमेरिका समेत दूसरे देशों की तरह भारत में ऑनलाइन गेमिंग रफ्तार भर रही है। इस इंडस्ट्री के सालाना 41 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ने का अनुमान है।
2014-20 के बीच भारत की ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में 350 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ है।
अनुमान है कि 2024 तक भारत में यह इंडस्ट्री बढ़कर 3,750 मिलियन डॉलर की हो जाएगी। भारत में गेमिंग पर औसतन खर्च दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा है।
ऑनलाइन गेमिंग
भारत में प्रति यूजर तेजी से बढ़ रहा खर्च
ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च करने वाले प्रति मोबाइल गेमर के आंकड़ों के जरिये समझा जाए तो 2018 में चीन और अमेरिका में प्रति गेमर 112-112 डॉलर खर्च कर रहे थे। 2020 में यह खर्च बढ़कर क्रमश: 115 और 113 डॉलर हुआ है।
वहीं इसकी तुलना भारत से की जाए तो यहां 2018 में गेमिंग पर खर्च करने वाला प्रत्येक गेमर 13 डॉलर खर्च कर रहा था, जो 2020 में बढ़कर 23 डॉलर (लगभग 75 प्रतिशत इजाफा) कर रहा है।
विकास की संभावनाएं
भारत में सिर्फ 8 प्रतिशत यूजर्स ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े
इसके अलावा एक और बात जो ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को भारत की तरफ आकर्षित करती है वो यहां विकास की बेहिसाब संभावनाएं हैं।
भारत में अभी तक 8 प्रतिशत यूजर ही ऑनलाइन गेमिंग करते हैं। ऐसे में कंपनियों के लिए 92 प्रतिशत यूजर्स को आकर्षित करने के तमाम मौके मौजूद होंगे।
इसकी तुलना में चीन में लगभग 24 प्रतिशत, जापान में 21.5 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया में 20.7 प्रतिशत और अमेरिका में 20.4 प्रतिशत यूजर इस इंडस्ट्री से जुड़ चुके हैं।