NewsBytesExclusive: कैसे नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर प्रदूषण से लड़ रहा है यह स्टार्ट-अप
क्या है खबर?
एक तरह जहां हर तरह का प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ रिन्यूएबल एनर्जी की जरूरत महसूस की जा रही है। ऐसे समय में तकनीकी अविष्कारों का महत्व बढ़ जाता है।
IIT रूड़की से पढ़े अक्षय सिंघल इस मामले में नैनोटेक्नोलॉजी स्टार्ट-अप लॉग 9 मैटेरियल (Log 9 Materials) के माध्यम से बड़ा बदलाव ला रहे हैं।
अक्षय ने न्यूजबाइट्स से खास बातचीत करते हुए अपने इस स्टार्ट-अप के बारे में बड़ी बातें बताईं।
अविष्कार
तेल रिसाव और वायु प्रदूषण के खिलाफ जंग
साल 2015 में IIT रूड़की में Log 9 Materials की छोटे स्तर पर शुरुआत हुई थी, लेकिन जल्द ही यह बड़े बदलाव वाला स्टार्ट अप बन गया।
ग्रेफेन में विशेषता प्राप्त इस नैनोटेक्नोलॉजी फर्म का पहला प्रोडक्ट सिगरेट फिल्टर था।
शुरुआत के चार साल बाद अब यह स्टार्ट अप अब तेल के रिसाव और वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए काम कर रहा है। साथ ही यह स्वच्छ परिवहन के लिए भी रास्ता बना रहा है।
प्रेरणा
अपने दादा से प्रेरित हुए अक्षय
न्यूजबाइट्स से बात करते हुए अक्षय ने बताया कि उनके दादा को देखकर उनके मन में ग्रेफेन और नैनोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जाने का विचार आया था।
उनके दादा विपिन कुमार नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री (NPL) दिल्ली में वैज्ञानिक थे।
अक्षय ने बताया कि उनके दादा ने लगभग 35 सालों तक नेनोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम किया है और वे IIT के दौरान हर सप्ताह उन्हें इस विषय से जुड़ी जानकारियां देते थे।
जानकारी
IIT रूड़की से शुरू हुआ था अक्षय का सफर
IIT रूड़की के नैनोटेक्नोलॉजी सेंटर के लैब को इस्तेमाल करते हुए अक्षय ने अपने दादा के दिशानिर्देशों में नैनोटेक्नोलॉजी में प्रयोग करने शुरू किए थे। इसके बाद अक्षय का झुकाव ग्रेफेन की तरफ हुआ और उन्होंने इस क्षेत्र में रिसर्च शुरू कर दी।
प्रोडक्ट
सिगरेट फिल्टर था पहला प्रोडक्ट
अप्लाईड रिसर्च करने की चाह रखते हुए अक्षय ने दिंसबर 2015 में Log 9 Materials की शुरुआत की।
शुरुआत के एक साल के भीतर ही इसका पहला प्रोडक्ट 'द पोस्ट-प्यूरिफिकेशन फिल्टर (PPuF)' लॉन्च हो गया था।
हालांकि, इस प्रोडक्ट का बनना एक इत्तेफाक था, लेकिन जल्द ही इसे पहचान मिल गई।
अक्षय ने बताया कि यह फिल्टर दिल्ली और मुंबई में खासा प्रचलित है और अमेजन के माध्यम से पूरे भारत में बेचा जा रहा है।
जानकारी
यह काम करता है फिल्टर
PPuF फिल्टर की खासियत बताते हुए अक्षय ने कहा कि यह सिगरेट के धुएं से खतरनाक तत्वों को फिल्टर कर देता है। यह निकोटिन जैसे तत्वों को हटा देता है जिससे सिगरेट पीना पहले की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हो जाता है।
योजना
आगे की यह योजना
अक्षय ने बताया कि यह अभी शुरुआत है। अक्षय अब तेल के रिसाव को साफ करने के लिए प्रोडक्ट लॉग 9 ऑयल सोर्बेंट (LOS) बना रहे हैं।
यह ग्रेफेन-बेस्ड अब्जोर्बेंट होगा। इसकी सोखने की क्षमता बाकी अब्जोर्बेंट से ज्यादा होगी जो तेल के आसानी से सोख सकेगा। साथ ही इसमें ऑयल और केमिकल को रिकवर करने की क्षमता होगी।
अक्षय अब ग्रेफेन नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए वाटर और एयर प्यूरीफिकेशन डिवाइस भी बनाएंगी।
बैटरी
इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए बैटरियां बनाएंगे अक्षय
क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में भी लॉग 9 काफी काम कर रही है। कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए बेहतर बैटरी बना रही है।
इन बैटरियों का ट्रायल सफल रहा है और यह बात सामने आई है कि ग्रेफेन की मदद से इन बैटरियों की एनर्जी डेनसिटी और पावर डेनसिटी क्रमशः 30 और 35 फीसदी बढ़ी है।
अक्षय ने हमें बताया कि जैसे ही ऐसी बैटरियां बाजार में आएंगी, इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग 10 गुणा बढ़ जाएगी।