
मस्क ने यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन के साथ संबंधों के लिए की बिल गेट्स की आलोचना
क्या है खबर?
अरबपति एलन मस्क ने माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के उस बयान पर जवाब दिया है, जिसमें गेट्स ने उन पर दुनिया के सबसे गरीब बच्चों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था।
गेट्स ने मस्क की नीतियों और USAID को बंद करने के फैसले को बच्चों की जिंदगी के लिए खतरनाक बताया था।
अब इस पर मस्क ने पलटवार करते हुए इन आरोपों को झूठा बताया और गेट्स को "बहुत बड़ा झूठा" करार दिया है।
छवि
मस्क ने उठाए गेट्स की छवि पर सवाल
कतर इकोनॉमिक फोरम में मस्क ने गेट्स पर व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा कि वह बच्चों के कल्याण पर बात करने लायक नहीं हैं, क्योंकि उनका नाम यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन के साथ जुड़ चुका है।
मस्क ने कहा, "मैं नहीं चाहूंगा कि वह आदमी मेरे बच्चे की देखभाल करे।"
उन्होंने गेट्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति को बच्चों की भलाई पर टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं होना चाहिए।
आरोप
गेट्स का गंभीर आरोप
फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में गेट्स ने कहा कि मस्क के नेतृत्व में बने सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने विदेशी सहायता में भारी कटौती की। इससे खसरा, HIV और पोलियो जैसी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं।
गेट्स ने यह भी दावा किया कि जीवन रक्षक दवाएं गोदामों में खराब हो रही हैं और जरूरतमंद बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहीं। उन्होंने इसे 'दुनिया के सबसे गरीब बच्चों को मारने' जैसा कदम बताया था।
विरोध
DOGE की नीति और गेट्स का विरोध
मस्क ने सरकारी संस्थाओं को अक्सर अक्षम बताया और कहा कि निजी कंपनियां अधिक प्रभावी समाधान दे सकती हैं।
फरवरी, 2025 में उनके विभाग DOGE ने USAID को एक आपराधिक संगठन कहते हुए बंद कर दिया था।
वहीं, गेट्स ने बताया कि DOGE ने गलती से मोजाम्बिक के गाजा प्रांत के एक अस्पताल की फंडिंग रोक दी, जिससे अब वहां कई बच्चे HIV से संक्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "मस्क को वहां जाकर इन बच्चों से मिलना चाहिए।"
वादा
गेट्स ने किया यह बड़ा वादा
गेट्स ने वादा किया है कि वह 2045 तक अपने फाउंडेशन के जरिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर 200 अरब डॉलर (लगभग 17,000 अरब रुपये) खर्च करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकारी मदद में कटौती से सबसे ज्यादा नुकसान गरीब और कमजोर समुदायों को हो रहा है।
दूसरी ओर, मस्क ने कहा कि उनके फैसले सरकार की अक्षमता खत्म करने और पारदर्शिता लाने के लिए हैं। उनका मानना है कि सही दिशा में किए गए निजी प्रयास से ही दुनिया आगे जाएगी।