
माइक्रोसॉफ्ट का बाजार पूंजीकरण हुआ 3.50 लाख अरब रुपये से अधिक
क्या है खबर?
माइक्रोसॉफ्ट अब 4 लाख करोड़ डॉलर (लगभग 3.50 लाख अरब रुपये) बाजार पूंजीकरण पार करने वाली दुनिया की दूसरी कंपनी बन गई है। इससे पहले यह उपलब्धि एनवीडिया ने हासिल की थी। कंपनी के शेयर 31 जुलाई को 5 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गए, जिससे बाजार मूल्य में तेजी आई। अब माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया के साथ इस मुकाम पर पहुंच चुकी है, जबकि ऐपल करीब 3.2 लाख करोड़ डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है।
वजह
कमाई में तेजी की असली वजह
माइक्रोसॉफ्ट ने इस तिमाही में 76.4 अरब डॉलर (लगभग 6,700 अरब रुपये) का राजस्व कमाया, जो पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत ज्यादा है। शुद्ध मुनाफा 27.2 अरब डॉलर रहा, जिसमें 24 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई। कंपनी के क्लाउड प्लेटफॉर्म अज्योर ने इस बढ़त में खास योगदान दिया, जिसका सालाना राजस्व पहली बार 75 अरब डॉलर के पार चला गया। अज्योर की कमाई अनुमानित 34.75 प्रतिशत की जगह 39 प्रतिशत बढ़ी, जिससे निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ।
अन्य
AI और क्लाउड की अहम भूमिका
कंपनी ने बताया कि अब हर क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट लगातार नए इनोवेशन कर रहा है, ताकि ग्राहक इस डिजिटल युग में आगे बढ़ सकें। CEO सत्य नडेला ने कहा कि कंपनी इस साल हर तिमाही में AI इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में सफल रही है। अज्योर और अन्य सेवाओं की बढ़ती मांग ने माइक्रोसॉफ्ट को आगे बढ़ने में मदद की है।
प्रदर्शन
ऐपल को पीछे छोड़ चुके हैं दोनों दिग्गज
एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट अब बाजार पूंजीकरण के मामले में ऐपल से आगे निकल गए हैं। जहां माइक्रोसॉफ्ट और एनवीडिया 4 लाख करोड़ डॉलर पार कर चुके हैं, वहीं ऐपल 3.2 लाख करोड़ डॉलर के आसपास है। ऐपल के शेयरों में इस साल अब तक 17 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। एनवीडिया की चिप्स की मांग और माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड व AI बिजनेस ने इन्हें ऊंचे स्तर तक पहुंचा दिया है।