प्रीपेड और पोस्टपेड में बेहतर क्या और क्यों? जानें दोनों के फायदे और नुकसान
क्या है खबर?
आज के दौर में लगभग हर व्यक्ति मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है। मोबाइल फोन बिना सिम के किसी काम का नहीं है, क्योंकि बिना सिम के नेटवर्क नहीं होगा, जिससे न बात होगी और न ही इंटरनेट चल पाएगा।
भारत में दो तरह की सिम इस्तेमाल होती है, प्रीपेड और पोस्टपेड। देखने में दोनों एक जैसी लगती हैं, लेकिन इनके प्लान अलग-अलग होते हैं।
ऐसे में आज हम आपको प्रीपेड और पोस्टपेड के फायदे और नुकसान के बारे में बताएँगे।
प्रीपेड 1
प्रीपेड के फायदे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रीपेड कनेक्शन के लिए मोबाइल कंपनियाँ आए दिन नए-नए और सस्ते प्लान निकालती रहती हैं।
प्रीपेड सिम के उपयोगकर्ताओं को अपनी ज़रूरत के हिसाब से पहले ही रिचार्ज करवाना होता है।
आजकल प्रीपेड कनेक्शन पर ज़्यादातर कंपनियाँ 84 दिन की वैद्यता के प्लान दे रही हैं, जो काफ़ी सस्ता पड़ता है। ऐसे में उपयोगकर्ताओं को लगभग तीन महीने तक कोई रिचार्ज नहीं करवाना पड़ता है।
प्रीपेड 2
प्रीपेड के नुकसान
प्रीपेड कनेक्शन को बिना रिचार्ज के इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इस वजह से कई बार आपातकालीन परिस्थितियों में रिचार्ज ख़त्म होने पर नुकसान भी उठाना पड़ता है।
इसके अलावा प्रीपेड में आम लोगों के लिए प्लान काफ़ी सस्ते होते हैं, वहीं बिजनेसमैन के लिए प्रीपेड प्लान महँगे होते हैं।
साथ ही अगर आप ज़्यादा कॉल या डाटा का इस्तेमाल करते हैं तो प्रीपेड प्लान आपके लिए महँगे साबित हो सकते हैं।
पोस्टपेड 1
पोस्टपेड के फायदे
पोस्टपेड कनेक्शन के उपयोगकर्ताओं को रिचार्ज ख़त्म होने की कोई चिंता नहीं होती है, क्योंकि उन्हें महीने के अंत में बिल भरना होता है। ऐसे में उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों में भी फोन करने के लिए सोचना नहीं पड़ता है।
इसके अलावा पोस्टपेड प्लान बिजनेस मैन लोगों के लिए सस्ता पड़ता है। इसके साथ ही पोस्टपेड कनेक्शन पर ज़्यादा कॉल और मैसेज करने पर कंपनी द्वारा कई अन्य लाभ भी मिलते हैं।
पोस्टपेड 2
पोस्टपेड के नुकसान
पोस्टपेड का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आपको बिना इस्तेमाल के भी हर महीने प्लान के हिसाब से बिल भरना पड़ता है, जो आम लोगों के लिए आसान नहीं है।
ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि बिल नहीं भरने पर काम चल जाएगा, लेकिन बात लीगल ऐक्शन तक पहुँच जाती है।
इसके अलावा डाटा एक सीमा तक मिलता है। अगर आप डाटा ख़त्म होने के बाद इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, तो वो आपके बिल में ऐड होता है।