क्या जमीन खरीदने के लिए लैंड लोन है बेहतर? यहां जानें जरुरी बातें
लोन लेने से पहले एक बात का ध्यान जरूर दें कि आप लोन किस लिए ले रहे हैं। लोन तैयार घर के लिए है या जमीन खरीदकर घर बनवाने के लिए। प्रॉपर्टी के लिए बैंक दो तरह के लोन ऑफर करता है, पहला होम लोन और दूसरा लैंड लोन। अगर आप जमीन खरीदकर घर बनवाने के लिए लैंड लोन लेने जा रहे हैं तो इसके बारे में पहले जान लें। आइए जानते हैं लैंड लोन के बारे में जरुरी बातें।
लैंड लोन के लिए पात्रता और टैक्स छूट
भारत में रहने वाले हर शख्स को होम लोन की तरह लैंड लोन भी मिल सकता है, इसके अलावा अनिवासी भारतीयों को होम लोन तो मिलता है, लेकिन लैंड लोन नहीं। लैंड लोन सिर्फ भारत के निवासी को ही मिलता है। होम लोन में मूलधन के रिपेमेंट पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत और ब्याज के रिपेमेंट पर सेक्शन 24B के तहत टैक्स छूट मिलती हैं, लेकिन लैंड लोन पर टैक्स छूट नहीं मिलती।
किस तरह की जमीन पर मिलता है लैंड लोन?
लैंड लोन लेने से पहले यह जान लें कि यह लोन किस तरह की जमीन पर मिलता है। अगर जमीन का इस्तेमाल भविष्य में आवासीय उद्देश्य के लिए होगा, तो इस जमीन पर लोन मिल सकता है। इसके अलावा जमीन गैर व्यावसायिक और कृषि योग्य नहीं होनी चाहिए। इसे म्युनिसिपल और कॉर्पोरेशन के सीमा क्षेत्र में स्थित होना चाहिए। इसके अलावा अगर यह जमीन किसी इंडस्ट्रियल इलाके में या गांव में स्थित होगी तो लोन नहीं मिलेगा।
लैंड लोन पर कितना मिलता है पैसा?
लैंड लोन पर लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो होम लोन के LTV रेशियों से बिल्कुल अलग होता है। होम लोन में संपत्ति के मूल्य का करीब 90 फीसदी तक लोन मिल सकता है, लेकिन लैंड लोन पर ऐसा नहीं है। लैंड लोन पर संपत्ति की लागत का करीब 70 से 75 फीसदी तक का ही लोन मिलता है, लेकिन यह केवल जमीन खरीदने के मामले में लागू होता है।
लैंड लोन पर मिलने वाला टेन्योर और ब्याज
होम लोन पर मिलने वाला टेन्योर अधिकतम 30 साल का हो सकता है, लेकिन लैंड लोन में टेन्योर की अवधि अधिकतम 15 साल होती है। वहीं कुछ ऐसे भी बैंक हैं, जिनमें लैंड लोन का टेन्योर 10 साल का ही होता है। होम लोन में ब्याज दर कम होती है, लेकिन लैंड लोन पर ऐसा नहीं है। लैंड लोन की ब्याज दर होम लोन की ब्याज दर से 0.50 से 1 फीसदी तक अधिक हो सकती है।