भारतीय शेयर बाजार का इस साल अब तक बुरा हाल, क्या आगे भी जारी रहेगी गिरावट?
क्या है खबर?
भारतीय शेयर बाजार में इस साल भारी गिरावट देखी जा रही है।
2025 में निफ्टी 50 अब तक 13 प्रतिशत और सेंसेक्स 12 प्रतिशत गिर चुका है, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 20-23 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है।
विदेशी निवेशक बाजार से तेजी से पैसा निकाल रहे हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।
चीन, हांगकांग और यूरोप के बाजार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे भारतीय बाजार दुनिया के कमजोर बाजारों में शामिल हो गया है।
नुकसान
निवेशकों को बड़ा नुकसान
निवेशक, खासकर खुदरा निवेशक, भारी नुकसान झेल रहे हैं। उन्होंने मिड और स्मॉलकैप शेयरों में पैसा लगाया था, लेकिन वहां लगातार गिरावट हो रही है।
विदेशी निवेशकों ने 2025 में अब तक 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निकाले हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ गया है। शेयरों की कीमतें तेजी से गिरी हैं, जिससे छोटे निवेशकों की संपत्ति तेजी से घट रही है।
कई लोग अब सोने में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, ताकि भरपाई कर सकें।
भविष्य
भविष्य की स्थिति
बाजार में गिरावट जारी रहने की संभावना है, क्योंकि अभी कोई स्थिरता नहीं दिख रही है। वैश्विक बाजार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन भारतीय बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है।
खुदरा निवेशकों ने डीमैट अकाउंट और म्यूचुअल फंड के जरिए बाजार में भारी पैसा लगाया था, लेकिन अब वे नुकसान में हैं।
इस उतार-चढ़ाव से निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्प तलाश कर रहे हैं। आने वाले समय में बाजार की स्थिति कैसी होगी, यह निवेशकों के फैसलों पर निर्भर करेगा।
वजह
क्या है गिरावट की प्रमुख वजह?
भारतीय शेयर बाजार में इस साल बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है, जिसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली है। विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालकर दुसरे जगह लगा रहे हैं।
बाजार का पूंजीकरण 4 लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ चुका है, जबकि वैश्विक बाजार भारत से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
बढ़ती ब्याज दरें और महंगाई भी निवेशकों को डरा रही हैं। महंगे शेयरों में पहले से अधिक वैल्यूएशन के कारण अब मुनाफावसूली हो रही है।